TRENDING TAGS :
हार का रिकॉर्ड : 199 चुनाव हारने वाले श्रीजेश पद्मराजन 200 वीं बार भरा पर्चा
तमिलनाडु: दुनिया में लोगों के अलग-अलग लक्ष्य होते हैं। कोई जिंदगी में कुछ बनना चाहता है तो कोई कुछ और हासिल करना चाहता है। जब बात आती है चुनावों की तो हर कोई जीतना ही चाहता मगर तमिलनाडु के सेलम में रहने वाले के पद्मराजन का सपना सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। वे इलेक्शन किंग के नाम से मशहूर हैं। वे सबसे ज्यादा चुनाव हारने वाले प्रत्याशी के रूप में गिनीज रिकॉर्ड दर्ज कराना चाहते हैं। वे अब तक 199 बार चुनाव लड़कर हार चुके हैं।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ : सीआरपीएफ के दो जवान नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में घायल
पद्मराजन ने इस बार भी पर्चा भरा है। उन्होंने धर्मपुरी सीट से अपना 200वां नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने अपने बेटे श्रीजेश पद्मराजन के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर पर्चा भरा। नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वह 200वीं बार नामांकन दाखिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह से वह यह संदेश देना चाहते हैं कि कोई भी किसी भी चुनाव में लड़ सकता है। दरअसल पद्मराजन के दोस्त उनसे कहते थे कि सिर्फ ताकतवर लोग ही चुनाव लड़ सकते हैं जिसके बाद उन्होंने यह साबित करने का फैसला किया कि चुनाव कोई भी लड़ सकता है। पेशे से होम्योपैथिक डॉक्टर पद्मराजन बाद में वह बिजनस करने लगे।
पद्मराजन 1988 से चुनाव लड़ रहे हैं। वे अभी तक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और दिल्ली तक में चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। वह 4 प्रधानमंत्रियों, 11 मुख्यमंत्रियों, 13 केंद्रीय मंत्रियों और 15 राज्य मंत्रियों के खिलाफ चुनाव लड़कर हार चुके हैं। जिन मशहूर लोगों के खिलाफ उन्होंने चुनाव लड़ा है उनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के करुणाकरन और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी शामिल हैं। वह बताते हैं कि उनका कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है लेकिन वह देश के लगभग हर बड़े नेता के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनका नाम गिनीज वल्र्ड रेकॉर्ड्स में जरूर दर्ज होगा।