×

गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा चंद्र ग्रहण, 149 साल बाद बनेगा ऐसा दुर्लभ संयोग

साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई मंगलवार को लगने जा रहा है। 16 तारीख की रात लगने वाला ये खण्डग्रास चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा और इसका प्रभाव राशियों पर भी पड़ेगा। भारत में चंद्र ग्रहण आधी रात के बाद 1.31 बजे से देखा सकेंगे। ग्रहण का मध्य तीन बजे होगा। ग्रहण का मोक्ष तड़के 4.30 बजे होगा।

Dharmendra kumar
Published on: 11 July 2019 3:00 PM GMT
गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा चंद्र ग्रहण, 149 साल बाद बनेगा ऐसा दुर्लभ संयोग
X

नई दिल्ली: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई मंगलवार को लगने जा रहा है। 16 तारीख की रात लगने वाला ये खण्डग्रास चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा और इसका प्रभाव राशियों पर भी पड़ेगा। भारत में चंद्र ग्रहण आधी रात के बाद 1.31 बजे से देखा सकेंगे। ग्रहण का मध्य तीन बजे होगा। ग्रहण का मोक्ष तड़के 4.30 बजे होगा।

यह भी पढ़ें...सेमीफाइनल में धोनी नहीं हुआ थे आउट, अंपायर ने की ये बड़ी गलती!

इस चंद्र ग्रहण की पूर्ण अवधि दो घंटे और 59 मिनट की होगी। भारत में चंद्र 17 जुलाई की सुबह 5.25 बजे अस्त होगा। बात अगर सूतक काल की करें तो यह 9 घंटे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक 16 जुलाई की शाम 4.31 बजे से शुरू हो जाएगा।

यह भी पढ़ें...पावर स्टेशन में लगी भीषण आग, 50 मीटर तक उठीं लपटें, देखें दिल दहलाने वाला VIDEO

इसके अलावा यह ग्रहण आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है। ज्योतिषों के मुताबिक ऐसा संयोग 149 साल बाद बन रहा है। 12 जुलाई, 1870 को 149 साल पहले गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण हुआ था। उस समय भी शनि, केतु और चंद्र के साथ धनु राशि में स्थित था। सूर्य, राहु के साथ मिथुन राशि में स्थित था।चंद्र ग्रहण पूरे भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।

यह भी पढ़ें...कर्नाटक: विधायकों के बाद स्पीकर भी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, अदालत ने सुनाया ये फैसला

चंद्रग्रहण के बाद जरूर करें ये काम

-चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद घर में शुद्धता बनाए रखने के लिए गंगाजल का छिड़काव जरूर करें।

-ग्रहण के बाद स्नान करके भगवान की मूर्तियों को भी स्नान करवाकर ही उनकी पूजा करें।

-ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलें। निकलना अगर जरूरी हो तो गर्भ में पल रहे शिशु की रक्षा के लिए चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप अवश्य लगाकर निकलें।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story