TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

वैक्सीन की मिली मंजूरी: भारत में इस महीने मिलेगी, रूस ने दिया साथ

कोरोना की वैक्सीन के इंतजार में कई महीने बीत गए। ऐसे में रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन को भारत में बेचने के लिए भारत की बड़ी फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज के साथ समझौता हो गया है।

Newstrack
Published on: 16 Sept 2020 4:22 PM IST
वैक्सीन की मिली मंजूरी: भारत में इस महीने मिलेगी, रूस ने दिया साथ
X
कोरोना की वैक्सीन के इंतजार में कई महीने बीत गए। ऐसे में रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन को भारत में बेचने के लिए भारत की बड़ी फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज के साथ समझौता हो गया है।

नई दिल्ली: कोरोना की वैक्सीन के इंतजार में कई महीने बीत गए। ऐसे में रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन को भारत में बेचने के लिए भारत की बड़ी फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज के साथ समझौता हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रूस का सॉवरेन वेल्थ फंड (Sovereign Wealth Fund) आरडीआईएफ (Russian Direct Investment Fund) भारत की जानी-मानी फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज को 10 करोड़ डोज़ बेचेगा।

ये भी पढ़ें... करोड़पति बना IPS: थर-थर कांपते हैं इनसे अपराधी, नाम रवि मोहन सैनी

वैक्सीन का नाम 'स्पुतनिक वी'

ऐसे में सबसे अहम बात तो ये है कि इसके लिए भारत की तरफ से सभी रेग्युलेटरी मंजूरी मिल गई है। बता दें कि इस खबर के बाद डॉ रेड्डीज के शेयर में जोरदार तेजी आई। जीं हां बुधवार को कंपनी का शेयर 4.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4637 रुपये की कीमत पर बंद हुआ है।

Covid-19 फोटो-सोशल मीडिया

भारत में कोरोना का दौर मार्च से शुरू हुई था, इसके बाद से देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता गया। ऐसे में देशवासियों को कोरोना वैक्सीन का बहुत बेसब्री से इंतजार है। रूस की करोनो वैक्सीन के बारे में आपको बता दें, इस वैक्सीन का नाम 'स्पुतनिक वी' दिया है और रूसी भाषा में 'स्पुतनिक' शब्द का अर्थ सैटेलाइट होता है। रूस ने ही विश्व का पहला सैटेलाइट बनाया था। उसका नाम भी स्पुतनिक ही रखा था।

ये भी पढ़ें...पीटे गए JDU विधायक: लोगों ने मंगा 5 साल का हिसाब, नहीं बता पाए तो हुआ कांड

1 जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध

Covid फोटो-सोशल मीडिया

और अब रूस ने कोरोना की वैक्सीन भी सबसे पहले बनाई है। ऐसे में नए वैक्सीन के नाम को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि रूस एक बार फिर से अमरिका को ये दिखाना चाहता है कि वैक्सीन की रेस में उसने अमरिका को पछाड़ दिया है। बिल्कुल उसी तरह जैसे कि सालों पहले अंतरिक्ष की रेस में सोवियत संघ ने अमरिका को पीछे छोड़ा था।

जानकारी के लिए बता दें, रूस 11 अगस्त को कोविड-19 की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था। यह वैक्सीन अगले साल एक जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी।

ये भी पढ़ें...बाबरी मस्जिद विध्वंस केस: सीबीआई अदालत 30 सितम्बर को सुनाएगी फैसला

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story