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रूस के छक्के छुड़ाएगा अब यूक्रेन, ब्रिटेन ने दी लंबी दूरी तक सटीक वार करने वाली घातक मिसाइलें

Russia Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के संदर्भ में, ब्रिटेन ने यूक्रेन की सहायता के लिए विशेष गोलाबारी करने वाली घातक मिसाइलें देने का एलान किया है। इन मिसाइलों की सहायता से यूक्रेन सेना दूरस्थ लक्ष्यों को निश्चित कर सकेगी और रूस के छक्कों को छुड़ा सकेगी।

Jyotsna Singh
Published on: 22 May 2023 12:53 PM GMT
रूस के छक्के छुड़ाएगा अब यूक्रेन, ब्रिटेन ने दी लंबी दूरी तक सटीक वार करने वाली घातक मिसाइलें
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UK Ukraine missile (social media)

Russia Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच जंग को एक साल से भी ऊपर का समय बीत चुका है| युद्ध की इस विनाश लीला में अब तक जाने कितने निर्दोषों को अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ा, अनगिनत लोगों को अपना बसा बसाया घर छोड़ कर पलायन करना पड़ा है| युद्ध के इस क्रूर खेल में जाने कितने मासूमों के सर से उनके माता पिता का साया उठ गया, लेकिन इस महाविनाश के बाद आज भी युद्ध की परिणीति क्या होगी किसी को नहीं मालूम| मानवता के सम्मुख इस झूठे दंभ की लड़ाई अब एक महाविनाश की लीला रच रही है।जिसको देखकर अब संपूर्ण राष्ट्र के सामने मानवता एवं सृष्टि की सुरक्षा को लेकर भी एक बड़ा प्रश्न खड़ा हो चुका है। दो देशों के बीच प्रयोग किए जा रहे घातक हथियारों का प्रयोग ग्लोबल स्तर पर पर्यावरण को बुरी तरह प्रभावित कर रहें हैं। जिस तरह युद्ध में शक्ति परीक्षण की प्रतिद्वंदिता तेज होती देखी जा रही है, पूरी उम्मीद है कि रूस खुद को ज्यादा शक्तिशाली दिखाने के लिए महाविनाशकारी परमाणु हथियारों का भी प्रयोग कर सकता हैय़ असल में रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की बढ़ती ज़िद में अब यूक्रेन पर घातक एमटी हथियारों के हमले का खतरा भी बढ़ता देखा जा रहा है।

चीन और रूस के बीच प्रगाढ़ होती मित्रता के साथ उत्तर कोरिया में लगातार बढ़ते मिसाइल परीक्षण, चीन में बेहद तेज़ गति से बढ़ते एटमी हथियारों के जखीरों ने सभी दूसरे देशों की रातों की नींद हराम कर दी है। यही वजह है कि दुनियां के ताकतवर देशों ने G-7 'ग्रुप ऑफ सेवन' की बैठक में यूक्रेन के विनाश पर तुला रूस को सबक सिखाने के लिए नए विकल्पों पर चर्चा, और रूस को तगड़ा जवाब देने के लिए रणनीति भी तय की गई। इसी के साथ यूक्रेन के खिलाफ रूस के इस तरह के अमानवीय, असंवैधानिक तरीके से थोपे गए युद्ध के विरोध में एक जुट होने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। यूनाइटेड किंगडम की सरकार रूस की चेतावनी को नजरअंदाज कर यूक्रेन को लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें 'स्टॉर्म शैडो' देकर उसकी जरूर मदद करने के लिए भी अब आगे आ चुकी है। आइय विस्तार से इस खबर पर नजर जानते हैं ....

कितनी घातक हैं 'स्टॉर्म शैडो' मिसाइल

'स्टॉर्म शैडो' मिसाइलों की घातक क्षमता की बात करें तो ये हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल हैं। ये मिसाइल बेहद मुश्किल मौसम में भी संचालित की जा सकती हैं। 'स्टॉर्म शैडो' मिसाइलों में 250 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक लक्ष्य को भेदने की क्षमता है| बताया जाता है कि इसका अपडेटेड वर्जन 500 किमी दूर तक जा कर वार कर सकता है। ये वो क्रूज मिसाइल है, जिसे लड़ाकू विमान से भी दागा जाता है। ब्रिटेन और फ्रांस की सेनाओं ने लीबिया, इराक और खाड़ी के युद्ध में इन मिसाइलों का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया गया था।

रूस को सबक सिखाने को एक जुट हुए पश्चिमी देश

राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की पिछले साल से ताकतवर रूसी सेना के आक्रमण का मुकाबला करने के लिए लगातार पश्चिमी देशों से मदद मांग रहे थे, साथ ही ऐसे हथियारों की मांग कर रहे थे जिनकी मदद से रूसी सेना को पीछे धकेला जा सके। किसी अनहोनी की शंका से अंतरराष्ट्रीय समर्थक उन्हें ये हथियार देने में संकोच कर रहे थे। लेकिन रूस-यूक्रेन की जंग के बीच यूनाइटेड किंगडम खुलकर सामने आया है। यूनाइटेड किंगडम के रक्षा मंत्री ने ऐलान किया है कि वे यूक्रेन को लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज़ मिसाइलें देंगे। यूक्रेन इन मिसाइलों से रूस पर हमला करने में सक्षम हो जाएगा| यूके की इस पहल के बाद यूक्रेन को मिसाइल डोनेट करने के फैसले को कई रक्षा विशेषज्ञों ने विश्व शांति के लिए बेहद खतरनाक माना है। यूके के इस तरह सामने आने से ये बात तो पक्की है रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन और ज्यादा भड़क जाएंगे।

इस बात की भी शंका की जा रही है कि विश्‍व युद्ध भी छिड़ सकता है। यही वजह थी कि अभी तक पश्चिमी देश यूक्रेन को ऐसे हथियार नहीं देना चाहते थे, जो रूस के काफी अंदर तक जाकर मार कर सकें। ऐसे हथियारों में लड़ाकू विमानों से लेकर बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं। रूस पश्चिमी देशों को बार-बार ये चेतावनी दे रहा था कि यूक्रेन के लिए हथियार देंगे तो रूसी सेना उन देशों को भी जवाब दे सकती है।

UK ने यूक्रेन को दान में दी 'स्टॉर्म शैडो' मिसाइलें

यूक्रेन की मदद की गुहार के बाद उसके साथ खड़े हुए देश ब्रिटेन के रक्षा मंत्री वालेस ने 'हाउस ऑफ कॉन्म्स' में एक बयान में कहा, यूनाइटेड किंगडम की सरकार रूस की चेतावनी को नजरअंदाज कर वो यूक्रेन को लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें देकर उसकी जरूर मदद करेगी। उन्‍होंने बताया कि वे रूसी हमलों का जवाब देने में यूक्रेन की मदद कर रहे हैं, और इसी के तहत उसे लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलों का जत्था यूक्रेन भेजने की शुरुआत भी कर चुके हैं।

रक्षा मंत्री वालेस ने एक बयान में कहा कि, ''आज, मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि UK ने यूक्रेन को 'स्टॉर्म शैडो' मिसाइलें दान की हैं। इन हथियार प्रणालियों के जरिए रूस के कायरतापूर्ण हमलों का मुहंतोड़ जवाब दिया जा सकेगा। यूक्रेन को अपना बचाव करने का नैतिक अधिकार है| यूक्रेन स्टॉर्म शैडो का उपयोग कर अपनी सीमा से रूसी सेना को पीछे धकेलने में सफल होगा''।

इस शर्त के साथ की मदद

यूक्रेन की मदद के साथ ब्रिटेन ने यह शर्त भी सामने रखी है कि इन मिसाइलों का प्रयोग अपनी रक्षा के लिए केवल युक्रेनी सीमा के अंदर ही कर सकता है। उनका उपयोग रूस की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत सीमाओं के भीतर हमला करने के लिए नहीं किया जा सकेगा। ब्रिटेन द्वारा जारी इस बयान के बाद रूस ने जवाब देते हुए इस बात का दावा किया है कि उसके पास ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को दिए गए स्टॉर्म शैडो मिसाइल की काट मौजूद हैं। हालांकि ये बात और है कि रूस के अपने इस बड़बोले बयान के बाद स्टॉर्म शैडो हमले का रूसी एयर डिफेंस सामना करने में असफल रहा है। रूस का ये भी कहना है कि ब्रिटेन की शर्त के विपरीत जाकर यूक्रेन ने इन मिसाइलों का प्रयोग रूसी सीमा के भीतर स्थित लुहांस्क में पॉलिमर बनाने वाले संयंत्र और मांस - प्रसंस्करण कारखानों को नष्ट करने के लिए किया है।

Jyotsna Singh

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