जानिए भारत को मिलने वाली S-400 के बारे में, रूस के बयान के बाद कांपा पाकिस्तान

दुनिया की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में शामिल एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के भारत को मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इस बारे में रूस के डिप्टी अंबेसडर रोमन बाबुश्किन ने शुक्रवार को जानकारी दी।

Dharmendra kumar
Published on: 17 Jan 2020 3:58 PM GMT
जानिए भारत को मिलने वाली S-400 के बारे में, रूस के बयान के बाद कांपा पाकिस्तान
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नई दिल्ली: दुनिया की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में शामिल एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के भारत को मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इस बारे में रूस के डिप्टी अंबेसडर रोमन बाबुश्किन ने शुक्रवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रूस 2025 तक भारत को पांच एस-400 मिसाइल सिस्टम देगा।

रूस के डिप्टी अंबेसडर ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि हम 2025 तक भारत को पांच एस-400 उपलब्ध करा देंगे। दुनिया की बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम रूस के पास है और इससे भारत की सुरक्षा और पुख्ता होगी।

एस-400 के लिए भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक समझौता अक्टूबर 2018 में हुआ था। भारत दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी के साथ डील पर हस्ताक्षर किए थे। इस रक्षा सौदे के लिए दोनों देशों के बीच 39,000 करोड़ रुपए के करार पर हस्ताक्षर हुए। इस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को हासिल करने के लिए भारत लंबे समय से प्रयास कर रहा है।

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एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को लेकर अमेरिका लगातार भारत पर यह दबाव बना रहा था कि वो इस सौदे को रद्द कर दे। पाकिस्तान ने भी कहा था कि इससे दक्षिण एशिया में हथियारों की दौड़ तेज होगी और क्षेत्रीय असंतुलन बढ़ेगा। लेकिन अमेरिका के दबाव के आगे भारत नहीं झुका और रूस के साथ यह डील की।

तुर्की ने भी रूस से एस-400 सौदा किया, लेकिन अमेरिका ने उस पर पाबंदी लगा दी। लेकिन भारत को लेकर अमेरिका पर वहां के सांसदों का दबाव है कि भारत को इस प्रतिबंध से दूर रखना चाहिए, इसलिए अमेरिका ने इस पर नरम रुख अपनाया है।

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बता दें कि रूस, चीन और तुर्की के बाद भारत चौथा देश बन जाएगा जिसके पास यह मिसाइल सिस्टम होगा। एस-400 मिसाइल सिस्टम से भारत को रक्षा कवच मिल जाएगा। यह किसी भी मिसाइल हमले को ध्वस्त कर सकता है। इस सिस्टम से भारत पर होने वाले परमाणु हमले का भी जवाब दिया जा सकेगा। अर्थात यह डिफेंस सिस्टम भारत के लिए चीन और पाकिस्तान की न्यूक्लियर सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों से कवच की तरह काम करेगा। यहां तक कि यह सिस्टम पाकिस्तान की सीमा में उड़ रहे विमानों को भी ट्रैक कर सकेगा।

एस-400 की खासियत

एस-400 मिसाइल एक बार में 36 निशाने भेद सकती है और एक साथ 72 मिसाइल छोड़ सकती है। इस एयर डिफेंस सिस्टम को कहीं लेकर जाना बहुत आसान है, क्योंकि इसे 8X8 के ट्रक पर माउंट किया जा सकता है। एस-400 को नाटो द्वारा एसए-21 Growler लॉन्ग रेंज डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी कहा जाता है।

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एस-400 50 डिग्री से लेकर-70 डिग्री तक तापमान में काम करने में सक्षम है। इस मिसाइल को नष्ट कर पाना दुश्मन के लिए बहुत मुश्किल है, क्योंकि इसकी कोई फिक्स पोजिशन नहीं होने की वजह से आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता है।

एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम में चार तरह की मिसाइल होती हैं जिनकी रेंज 40, 100, 200, और 400 किलोमीटर तक होती है। यह सिस्टम 100 से लेकर 40 हजार फीट तक उड़ने वाले हर टारगेट को डिटेक्ट और नष्ट कर सकता है। इसके साथ ही प्रणाली में लगा रडार 600 किलोमीटर दूर से अपने लक्ष्य को देख सकता है।

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एस-400 की तुलना अमेरिका की पैट्रिऑट एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल और एंटी-एयक्राफ्ट मिसाइल से सिस्टम से की जाती है। इस मिसाइल सिस्टम को जमीन से हवा में मार करने वाला दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है।

Dharmendra kumar

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