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मचा हाहाकार! बाजार को लगा अब तक का बड़ा झटका, 770 अंक लुढ़का सेंसेक्स

इस सूचना का सीधा असर देश के शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। बताया जा रहा है कि आज शेयर बाजार जबरदस्त गिरावट के साथ बंद हुआ है। जहां सेंसेक्स 770 अंकों की गिरावट के साथ 36,562.91 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं दुसरी तरफ, निफ्टी 225 अंकों की गिरावट के साथ 10,797 अंक लुढ़क कर बंद हुआ।

Harsh Pandey
Published on: 18 March 2023 4:50 PM IST
मचा हाहाकार! बाजार को लगा अब तक का बड़ा झटका, 770 अंक लुढ़का सेंसेक्स
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नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को एक आकड़ा जारी किया गया। बताया जा रहा है कि आंकड़ों में जीडीपी की विकास दर अनुमान से भी कम है।

इस सूचना का सीधा असर देश के शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। बताया जा रहा है कि आज शेयर बाजार जबरदस्त गिरावट के साथ बंद हुआ है। जहां सेंसेक्स 770 अंकों की गिरावट के साथ 36,562.91 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं दुसरी तरफ, निफ्टी 225 अंकों की गिरावट के साथ 10,797 अंक लुढ़क कर बंद हुआ।

प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स...

शुरुआती कारोबार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 10.22 बजे 413.58 अंकों की गिरावट के साथ 36,919.21 पर कारोबार करते देखा गया। निफ्टी भी लगभग इसी समय 129.30 अंकों की कमजोरी के साथ 10,893.95 पर कारोबार करते देखा गया।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 151.03 अंकों की गिरावट के साथ 37,181.76 पर, जबकि एनएसई का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 62.3 अंकों की बढ़त के साथ 10,960.95 पर खुला।

बंबई शेयर बाजार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, विदेशी मुद्रा बाजार और जिंस बाजार समेत सभी प्रमुख बाजार सोमवार को गणेश चतुर्थी के मौके पर बंद रहे।

शुक्रवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुआ। जबकी सेंसेक्स करीब 383 अंकों की कमजोरी के साथ 37,068.93 के स्तर पर बंद हुआ तो निफ्टी 98 अंकों की गिरावट के साथ 11000 के स्तर के नीचे 10,948.30 पर बंद हुआ।

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इस साल ऐसा रहा शेयर बाजार...

सेंसेक्स निफ्टी का यू-टर्न...

बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 4,244 अंक या 11.76 फीसदी चढ़कर 4 जून को 40,312 अंक पर पहुंच गया था। मगर इसके बाद बाजार लगातार लुढ़का है। इंडेक्स ने इस साल सिर्फ 1,264 अंक या 3.51 फीसदी की तेजी दिखाई है।

आकड़ों के मुताबिक जुलाई में इंडेक्स ने 4.86 फीसदी तक की कमजोरी दर्ज की थी। जुलाई में बजट पेश हुआ था, जिससे बाजार काफी नाखुश था, इसके बाद से विदेशी निवेशकों ने बाजार से पैसा निकालना शुरू कर दिया था। निफ्टी 50 इंडेक्स ने भी इस साल सिर्फ 1.58 फीसदी रिटर्न दिया है।

विदेशी निवेशकों की निकासी...

घरेलू निवेशकों की खरीदारी फरवरी से जून के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में 83,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था। मगर जुलाई से अगस्त के दौरान उन्होंने 30,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की।

सौरभ मुखर्जी ने कहा...

मार्सेल इंवेस्टमेंट्स के सौरभ मुखर्जी ने कहा कि फरवरी से मई तक विदेशी निवेशकों ने अलग-अलग कारणों के आधार पर खरीदारी की। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा चुनावों में जीत का भरोसा था। जुलाई में बजट के बाद उन्होंने निकासी की। हमें लगता है कि अगल दो से तीन महीनों में $एक से $दो अरब तक का निवेश लौट सकता है।

घरेलू संस्थागत निवेशकों ने आम चुनावों से पहले जमकर बिकवाली की थी। मगर अब वे खरीदारी कर रहे हैं। साल 2019 में वे अभी तक घरेलू इक्विटी बाजार में नेट 33,719 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। जुलाई और अगस्त में वे 41,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीद चुके हैं।

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मेटल, मोटर कंपनियों पर मंदी...

तमाम सेक्टर्स का बात करें, तो मेटल और ऑटो सेक्टर का प्रदर्शन सबसे फीका रहा है। दोनों सूचकांक क्रमश: 28 फीसदी और 24 फीसदी तक टूटे हैं। 20 फीसदी की कमजोरी को मंदी के रूप में देखा जाता है। कैटिपल गुड्स, FMCG और हेल्थकेयर शेयरों ने भी इस साल निराश किया है।

हालांकि, गिरते रुपये ने आईटी सेक्टर को मजबूती दी है। ब्याज दरों में गिरावट से आईटी शेयरों को फायदा मिला है, जबकि कंज्यूमर ड्यूबेरल इंडेक्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। साल 2019 में अभी तक इन सेक्टर्स ने क्रमश: 14.62 फीसदी, 13.90 फीसदी और 13.17 फीसदी का रिटर्न दिया है।

वित्त शेयरों का बोलबाला...

बीएसई 500 इंडेक्स के टॉप पांच में से चार शेयर वित्तीय सेक्टर से रहे। आवास फाइनेंसर्स, रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट, HDFC एसेट मैनेजमेंट कंपनी और क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण ने इस साल 46 से 75 फीसदी तक की तेजी दिखाई है। स्पाइस जेट पांचवां शेयर है, जो 48.87 फीसदी तक चढ़ा है।

टॉप 10 शेयरों की बात करें, तो आधे नाम वित्तीय सेक्टर से आते हैं। बाकी पांच नामों में दो नाम बीमा और दो नाम उड्डयन सेक्टर के हैं। सबसे खराब पांच शेयरों में अनिल अंबानी की कंपनियों को जगह मिली है, जिन्होंने इस साल 85 से 95 फीसदी तक का गोता लगाया है।



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Harsh Pandey

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