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कचरे के बदले दूध-ब्रेड: इस राज्य में शुरू हुआ अभियान, जानें क्यों
उन्होंने कहा, ‘वेस्ट एनएएनए’ परियोजना के तहत इस अभियान को जर्मन सरकार विकास निगम और राष्ट्रीय थिंक-टैंक ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
पणजी : पणजी में नागरिक निकाय दो अक्टूबर से बिना किसी कीमत के आवश्यक वस्तुएं देगा। इन वस्तुओं को लेने के सिर्फ सूखा कचरा देने की जरूरत होगी। यहां नागरिक निकाय शुक्रवार से ‘शॉप विद योर वेस्ट कैंपेन’ की शुरुआत करने जा रहा है। इसके तहत लोगों को सूखे कचरे के बदले जरूरी सामान दी जाएंगी।
दो अक्टूबर को ही महात्मा गांधी की 151वीं जयंती है। गांधी जयंती और स्वच्छ भारत अभियान की छठी वर्षगांठ के मौके पर गोवा की राजधानी में इस पहल को शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, ‘वेस्ट एनएएनए’ परियोजना के तहत इस अभियान को जर्मन सरकार विकास निगम और राष्ट्रीय थिंक-टैंक ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
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कचरा से मिलेगा दुध ब्रेड चावल
यह अभियान केवल पणजी के दुकानदारों के लिए है। नगर निकाय प्रमुख ने कहा कि इस अभियान को 21वीं सदी के पॉलिमर प्राइवेट लिमिटेड का भी समर्थन प्राप्त है, जो कि बड़े पैमाने पर रिसाइकिलर्स का खरीदार है। लोगों को सामान लेने के लिए दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाला कचरा अपने घर से ले जाना होगा। मसलन कि दूध के खाली पैकेट, कार्डबोर्ड, टूटी हुई बोतलें। ऐसे सामानों के बदले आपको ब्रेड, दूध, अंडे, चावल, दालें आदि मिलेगा।
बता दें इससे पहले कचरे या बोतल के बदले सामान देने की कई पहल की जा चुकी हैं लेकिन कचरे के बदले खाने-पीने की वस्तुएं देने की ये मुहिम पहली बार सामने आई है।
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‘स्वच्छता के छह साल, बेमिसाल’
आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के तहत देश में अब तक 4,327 नगर निकायों को ‘खुले में शौचमुक्त’ (ओडीएफ) घोषित किया जा चुका है। मंत्रालय ने कहा कि यह घरों में 66 लाख से अधिक व्यक्तिगत शौचालयों तथा छह लाख से अधिक सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की वजह से संभव हुआ है। अब तक कुल 4,327 नगर निकायों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है। मंत्रालय ने कहा कि वह ‘स्वच्छता के छह साल, बेमिसाल’ शीर्षक से दो अक्टूबर को एक वेबिनार का आयोजन कर एसबीएम-यू की छठी वर्षगांठ मना रहा है।