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टूटा 40 साल का रिकॉर्ड, इन राज्यों में भारी बर्फबारी से अभी और बड़ेगी ठंड

इस बार की ठंड तो कम होने का नाम ही नहीं ले रही है, लगातार दिन पर दिन इसका कहर जारी है। ये सब पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी की वजह से हो रहा है।

Roshni Khan
Published on: 12 Jan 2020 5:09 AM GMT
टूटा 40 साल का रिकॉर्ड, इन राज्यों में भारी बर्फबारी से अभी और बड़ेगी ठंड
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नई दिल्ली: इस बार की ठंड तो कम होने का नाम ही नहीं ले रही है, लगातार दिन पर दिन इसका कहर जारी है। ये सब पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी की वजह से हो रहा है। उत्तर में हिमाचल में भारी बर्फबारी की वजह से चार दिन दुश्वारियां झेलने के बाद रविवार से दोबारा मौसम बिगड़ने जा रहा है। 13 जनवरी सोमवार को भारी बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी सोमवार से मौसम बिगड़ने का अंदाजा लगाया जा रहा है। कश्मीर में रविवार को भारी बारिश और बर्फबारी होने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, उत्तराखंड में दोपहर बाद मौसम बिगड़ने से ठंड बढ़ गई है।

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मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 13 और 16 जनवरी के लिए चेतावनी जारी की है। 17 जनवरी तक मौसम खराब बना रहेगा। शनिवार को शिमला के साथ-साथ कुछ इलाकों में बादल छाए रहे, जबकि रोहतांग दर्रा सहित कुल्लू-मनाली की ऊंची चोटियों में दोबारा बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। ठियोग में ठंड से एक युवक की मौत हो गई। उधर, प्रदेशभर में तीन एनएच समेत 632 सड़कें शनिवार को भी बंद रहीं। बर्फ से लकदक कई इलाकों का संपर्क टूटा। शनिवार को भी अन्य क्षेत्रों से कटा रहा।

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में रविवार से मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और कई मैदानी इलाकों में बारिश होगी। वहीं, लेह, पहलगाम और गुलमर्ग में शरीर को जमा देने वाली ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त है। कश्मीर के हर जिले में न्यूनतम तापमान माइनस से कई डिग्री कम रिकॉर्ड हुआ है। वहीं, उत्तराखंड के गढ़वाल में दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली।

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ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने से निचले क्षेत्रों में शीतलहर चलने लगी जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई। वहीं, धनोल्टी और चमोली के कई गांव बर्फ से अभी भी ढके हैं। चंबा-नई टिहरी मार्ग तीसरे दिन भी नहीं खुला। कुमाऊं मंडल के मुनस्यारी में पानी की लाइनें जमने से पेयजल की समस्या शनिवार को भी रही। काली नदी उद्गम स्थल कालापानी से गर्ब्यांग तक जम गई है। गर्ब्यांग से आगे 10 किमी तक नाले के रूप में बह रही नदी। थल-मुनस्यारी सड़क आठवें दिन भी नहीं खुली।

क्षेत्र न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)

लेह - 18.2

केलांग -14.3

गुलमर्ग -12.6

पहलगाम -11.5

काजीगुंड -7.6

कल्पा -5.5

मनाली -2.8

श्रीनगर -2.1

सोलन -0.4

चंबा 0.7

मंडी 1.2

धर्मशाला 2.6

शिमला 3.0

Roshni Khan

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