इस भारतवंशी ने बढ़ाया देश का मान, हुआ नासा के अगले 'स्पेस मिशन' में चुनाव

भारतवंशी कर्नल राजा जॉन वरपुतूर चारी ने नासा  के चंद्रमा और मंगल पर जाने वाले भविष्य के मिशनों का हिस्सा लेने की योग्यता हासिल कर ली है। उन्होंने दो साल की अवधि वाला नासा के बुनियादी अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और वो अमेरिकी वायुसेना में है।

suman
Published on: 12 Jan 2020 4:37 AM GMT
इस भारतवंशी ने बढ़ाया देश का मान, हुआ नासा के अगले स्पेस मिशन में चुनाव
X

ह्यूस्टन : भारतवंशी कर्नल राजा जॉन वरपुतूर चारी ने नासा के चंद्रमा और मंगल पर जाने वाले भविष्य के मिशनों का हिस्सा लेने की योग्यता हासिल कर ली है। उन्होंने दो साल की अवधि वाला नासा के बुनियादी अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण पूरा कर लिया है।

नासा ने तीन स्पेस मिशन के लिए भारतमूल के अमेरिकी एस्ट्रोनॉट राजा जॉन वुरपुत्तूर चारी का चयन किया है। स्पेस एजेंसी ने चारी समेत 11 नए एस्ट्रोनॉट्स के नामों की घोषणा की। चारी अमेरिकी एयरफोर्स के कर्नल हैं और एफ-35 बेड़े इंटिग्रेटेड टेस्ट फोर्स के डायरेक्टर के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। वे अमेरिकी स्पेस मिशन के लिए चुने गए भारतीय मूल के तीसरे व्यक्ति हैं। उनसे पहले कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स नासा के मिशन में शामिल हो चुकी हैं।

यह पढ़ें...कश्मीर में बरसी गोलियां! सेना और आतंकियों में मुठभेड़ जारी, 3 हुए ढ़ेर

सालों पहले इस इरादे से आ बसे राजा के पिता

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने प्रशिक्षण के लिए राजा सहित 11 उम्मीदवारों का चयन आर्टेमिस कार्यक्रम की घोषणा के बाद 2017 में 18,000 आवेदकों के बीच से किया था। बता दें कि हाई एजुकेशन लेने के इरादे से राजा के पिता श्रीनिवास चारी हैदराबाद से यहां आए थे। यहीं पर उन्होंने शादी की और वॉटरलू के जॉन डीरे में अपना जीवन बिताया। 41 साल के राजा को नासा ने 2017 के एस्ट्रोनॉट कैंडिडेट क्लास में शामिल होने के लिए चुना था।

अगस्त 2017 में उनकी ट्रेनिंग शुरू हुई और प्रारंभिक अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अब वह स्पेस मिशन में जाने के योग्य हो गए हैं। ह्यूस्टन में आयोजित समारोह में प्रत्येक नए अंतरिक्ष यात्री को एक चांदी की पिन दी गई। पहला अंतरिक्ष मिशन पूरा करने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को सोने की पिन दी जाएगी। नासा 2024 तक चंद्रमा की सतह पर एक महिला और एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री को भेजने की योजना पर काम कर रहा है। इसके अलावा वह साल 2030 तक मंगल ग्रह पर मानव को भेजने की योजना भी तैयार कर रहा है।

यह पढ़ें...27 की उम्र में पहली बार दिया था चुनावी भाषण, आज कर रही हैं पार्टी का मार्गदर्शन

इंजीनियरिग साइंस में ग्रेजुएट

राजा एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिग और इंजीनियरिग साइंस में ग्रेजुएट हैं। इसके अलावा उन्होंने मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की है। वह मैरीलैंड के यूएस नेवल टेस्ट पायलट स्कूल से भी ग्रेजुएट हैं।

suman

suman

Next Story