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मरा खूंखार आतंकी हत्यारा: सेना ने लिया बीजेपी का बदला, आतंकियों का आका खत्म
भारतीय सेना ने सर्च ऑपरेशन के तहत श्रीनगर में बाहरी इलाके रंगरेथ में चारों ओर से घेर लिया। ऐसे में चारों तरफ से घिरा देख मकान में छिपे आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। लेकिन थोड़ी ही देर बाद फायरिंग की आवाजें आना बिल्कुल बंद हो गई। तभी सेना के तलाशी अभियान के दौरान एक आतंकी का शव भी बरामद किया गया है।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में बीते दिन भाजपा पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या का मास्टरमाइंड साथ ही भारतीय सेना की टॉप 10 लिस्ट में शामिल हिजबुल मुजाहिद्दीन सरगना को सुरक्षाबलों ने मौत के मुंह में ढकेल दिया। देश की सेना को बड़ी सफलता मिली है। साथ ही इसी साल यानी 2020 में मई के महीने में रियाज नायकू के मारे जाने के बाद हिजबुल ने ही संगठन की कमान संभाली हुई थी। ऐसे में फिर से भारतीय सेना को श्रीनगर के बाहरी इलाके रंगरेथ में पुराने एयरफील्ड के नजदीक आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली है। जिसके चलते सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
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आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की
श्रीनगर में बाहरी इलाके रंगरेथ में चारों ओर से घिरा देख मकान में छिपे आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। लेकिन थोड़ी ही देर बाद फायरिंग की आवाजें आना बिल्कुल बंद हो गई। तभी सेना के तलाशी अभियान के दौरान एक आतंकी का शव भी बरामद किया गया है। शव की पहचान हिजबुल के ऑपरेशनल कमांडर डॉ. सैफुल्लाह मीर उर्फ गाजी हैदर उर्फ डाक्टर साहब के रूप में हुई है।
ऐसे में डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि सैफुल्लाह श्रीनगर में कुछ नागरिकों की हत्या के इरादे से आया था। उसने तीन पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। अनुच्छेद 370 हटने के बाद दो ट्रक ड्राइवरों की हत्या में भी शामिल रहा था।
फोटो-सोशल मीडिया
आगे उन्होंने बताया कि कुलगाम में हाल में एक सरपंच पर हमले में भी शामिल था, लेकिन वह बच गया। इसके साथ ही कुलगाम में इसी सप्ताह भाजपा नेताओं की हत्या में भी उसका हाथ था। उसने 9 लोगों की हत्या की थी। कई सैन्य प्रतिष्ठानों समेत दर्जनभर आतंकी वारदातों में वह शामिल रहा था।
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फोटो-सोशल मीडिया
हमले की साजिश
दिलबाग सिंह ने बताया कि सैफुल्लाह के मूवमेंट को बीते दो दिन से ट्रैक किया जा रहा था। अनंतनाग पुलिस ने भी इस बारे में इनपुट शेयर किया था। वह कुछ और नागरिकों की हत्या और सुरक्षा बलों के ठिकानों पर हमले की साजिश रच रहा था। इसी के लिए सैफुल्लाह श्रीनगर आया था। सभी सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम कर रही है। इसी के परिणामस्वरूप हिजबुल कमांडर को मारने में सफलता हासिल हो सकी है।
आगे डीजीपी दिलबाग ने बताया कि इस साल जम्मू कश्मीर में 200 आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिली। इन में 190 कश्मीर घाटी में और दर्जनभर जम्मू संभाग में शामिल हैं। साथ ही ये भी बताया कि सर्दी के दिनों में भी घाटी में सेना का ऑपरेशन जारी रहेगा।
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