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बीजेपी के इस कद्दावर नेता ने मोदी सरकार के फैसले को पागलपन बताया

भाजपा के कद्दावर नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ही सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जीएसटी को लागु कर के आम लोगों व...

Deepak Raj
Published on: 19 Feb 2020 8:05 PM IST
बीजेपी के इस कद्दावर नेता ने मोदी सरकार के फैसले को पागलपन बताया
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नई दिल्ली। भाजपा के कद्दावर नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ही सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जीएसटी को लागु कर के आम लोगों व व्यपारियों की कमर तोड़ दी है। सरकार ने करीब तीन साल पहले जीएसटी को लागु किया गया था। जो काफी निर्थक साबित हो रहा है।

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जिसके बाद भारतीय अर्थव्यवस्था निरंतर लुढ़कती चली जा रही है। उन्होंने इसे 21 वीं सदी का सबसे बड़ा पागलपन बताया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ‘‘आप निवेशकों को आयकर और जीएसटी, जो कि 21वीं सदी का सबसे बड़ा पागलपन है, इसके जरिये आतंकित मत कीजिए।’’

जीएसटी कलेक्‍शन को लेकर जूझ रही सरकार है

स्‍वामी के मुताबिक जीएसटी इतना जटिल है कि कोई भी यह नहीं समझ पा रहा है कि कहां कौन सा फार्म भरना है और वे चाहते हैं कि इसे कंप्यूटर पर अपलोड किया जाए। सुब्रमण्यम स्वामी का ये बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार जीएसटी कलेक्‍शन को लेकर जूझ रही है।

बता दें कि सरकार को जीएसटी कलेक्‍शन उम्‍मीद के मुताबिक नहीं मिला है। यही वजह है कि समय-समय पर जीएसटी स्‍लैब में बदलाव पर विचार किया जा रहा है। बहरहाल, जीएसटी देशभर में 1 जुलाई 2017 से लागू है। इसके तहत 4 स्‍लैब- 5, 12, 18 और 28 फीसदी हैं। बीते कुछ समय से इस स्‍लैब में बदलाव की बात कही जा रही है।

10 फीसदी की ग्रोथ जरूरी

इसके साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि देश को 2030 तक ‘महाशक्ति’ बनने के लिए सालाना 10 फीसदी की ग्रोथ रेट के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि यह गति बनी रहती है तो 50 साल में चीन को पीछे छोड़ देंगे और अमेरिका को पहले स्थान के लिये चुनौती दी जा सकती है।

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स्वामी ने कहा भारत के समक्ष आज जो समस्या है वह मांग की कमी की समस्या है। लोगों के पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं है जिसका आर्थिक चक्र पर प्रभाव पड़ रहा है।



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