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Gogamedi Murder Case: एक्शन में राजस्थान पुलिस, 460 ठिकानों पर मारा छापा, हिरासत में लिए गए 85 संदिग्ध, दो की हुई गिरफ्तारी
Gogamedi Murder Case: राजस्थान पुलिस ने शूटरों की गिरफ्तारी के बाद राज्य भर में रोहित गोदारा गैंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ही सोशल मीडिया पोस्ट कर राजपूत नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
Gogamedi Murder Case: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर मौके से फरार होने वाले दोनों शूटर पुलिस की गिरफ्त में हैं। शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ के अलावा पुलिस ने उनके साथी उधम सिंह, भवानी, राहुल और संदीप को भी पिछले दिनों पकड़ा था। इन सभी को सोमवार को जयपुर जिला न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था, जहां से उन्हें सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
राजस्थान पुलिस ने शूटरों की गिरफ्तारी के बाद राज्य भर में रोहित गोदारा गैंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ही सोशल मीडिया पोस्ट कर राजपूत नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस ने रविवार रात से गोदार गैंग से जुड़े बदमाशों के ठिकानों पर दबिश देना शुरू किया, जो सोमवार शाम तक जारी रहा। इस दौरान 460 ठिकानों पर 190 टीमों ने छापेमारी की। पुलिस ने 85 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
जयपुर से एक महिला की गिरफ्तारी
पुलिस ने राजधानी जयपुर से पूजा सैनी नामक एक महिला को गिरफ्तार किया है। पूजा अपने पति महेंद्र कुमार मेघवाल उर्फ समीर के साथ शहर के जगतपुरा इलाके में किराये के फ्लैट में रहती है। उसने यहां अपना नाम पूजा बत्रा बता रखा है। शूटर नितिन फौजी वारदात से पहले इसी फ्लैट पर रहता था। पूजा और उसके पति ने उसे शरण दे रखा था। पूजा उसे खाना बनाकर परोसती थी।
जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि हत्याकांड को अंजाम देने से पहले करीब एक सप्ताह से शूटर नितिन यहां ठहरा हुआ था। गिरफ्तार पूजा सैनी और उसका पति महेंद्र हथियार तस्करों के रूप में काम करते थे। नितिन फौजी महेंद्र मेघवाल के जरिए ही गैंगस्टर रोहित गोदारा के संपर्क में आया था। महेंद्र मेघवाल फिलहाल फरार चल रहा है। पुलिस के मुताबिक, वह कोटा का हिस्ट्रीशीटर है।
महेंद्र ने ही नितिन को मुहैया कराए थे हथियार
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाश चंद्र बिश्नोई ने बताया कि शूटर नितिन फौजी 28 नवंबर को टैक्सी से जयपुर आया था। यहां उसकी मुलाकात महेंद्र मेघवाल से हुई जो उसे अपने साथ जगतपुरा स्थित फ्लैट ले गया। वारदात वाले दिन महेंद्र ने नितिन को आधा दर्जन से अधिक पिस्तौल व भारी मात्रा में कारतूस दिखाए, जिनमें से नितिन ने कुछ हथियार ले लिए। पांच दिसंबर को यानी घटना वाले दिन महेंद्र ने नितिन को अजमेर रोड पर छोड़ दिया। जहां अन्य शूटर रोहित राठौड़ उसका इंतजार कर रहे थे। यहां से दोनों नवीन शेखावत की मदद से जयपुर के श्याम नगर स्थित गोगामेड़ी के आवास गए।
5 दिसंबर को क्या हुआ था ?
5 दिसंबर को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जयपुर के श्यान नगर जनपथ इलाके में मौजूद अपने घर पर थे। दोपहर एक बजे के करीब तीन बदमाश उनसे मिलने पहुंचे। गोगामेड़ी की अनुमति पर उनके सुरक्षा गार्ड्स ने तीनों को अंदर जाने की अनुमति दी। कमरे में गोगामेड़, उनका करीबी अजित सिंह और तीनों बदमाश बैठे थे। 10 मिनट की बातचीत के बाद अचानक दो बदमाशों ने गोगामेड़ी पर दनादन फायरिंग शुरू कर दी। उन्हें 17 गोलियां मारी गई। इस दौरान उनके करीबी अजीत सिंह को भी गोली लगी, जो फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं।
नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को नवीन शेखावत सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मिलवाने के लिए लाया था। गोगामेड़ी के सिर में गोली मारने के बाद शूटरों ने नवीन की भी हत्या कर दी। इसके बाद फरार हो गए। 9 – 10 दिसंबर की दरमियानी रात फरार नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को पुलिस ने चंडीगढ़ के एक होटल से पकड़ा था।
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