बिहार चुनाव 2020: झारखंड के सीमावर्ती जिलों में चौकसी, बनाए गए 49 चेक पोस्ट

बिहार में शराबबंदी लागू है। लिहाज़ा, झारखंड से चोरी-छिपे शराब की खेप पहुंचाई जाती है। हाल के दिनों में पुलिसिया कार्रवाई में कई शराब ठेकेदारों को पकड़ा गया है।

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Published on: 26 Oct 2020 12:57 PM GMT
बिहार चुनाव 2020: झारखंड के सीमावर्ती जिलों में चौकसी, बनाए गए 49 चेक पोस्ट
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बिहार चुनाव को लेकर झारखंड के सीमावर्ती ज़िलों में चौकसी, बनाए गए 49 चेक पोस्ट (Photo by social media)

रांची: बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 28 अक्टूबर को है। ऐसे में बिहार से लगने वाले गढ़वा, पलामू, चतरा, हज़ारीबाग़, कोडरमा, गिरिडीह, देवघर, गोड्डा और साहेबगंज ज़िलों में चौकसी बढ़ा दी गई है। पिछले दिनों झारखंड के डीजीपी एम.वी.राव ने बताया था कि, झारखंड के सीमावर्ती ज़िलों में 49 की संख्या में चेक पोस्ट बनाए गए हैं। इतना ही नहीं इन क्षेत्रों में विशेष गश्ती दल तैनात किए गए हैं। हर आने-जाने वाले पर नज़र रखी जा रही है। अपराधियों से लेकर नक्सलियों की गतिविधियों को नियंत्रित किया जा रहा है। ताकि, किसी भी सूरत में झारखंड से बिहार चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश न हो।

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झारखंड से बिहार पहुंचती है शराब की खेप

शराबबंदी लागू है बिहार में। लिहाज़ा, झारखंड से चोरी-छिपे शराब की खेप पहुंचाई जाती है। हाल के दिनों में पुलिसिया कार्रवाई में कई शराब ठेकेदारों को पकड़ा गया है। इतना ही नहीं नकली शराब बनाने वालों को भी गिरफ्तार किया गया है। बिहार चुनाव के दौरान झारखंड से किसी भी सूरत में शराब बिहार नहीं पहुंच पाए इसके लिए झारखंड पुलिस विशेष कार्य योजना पर काम कर रही है। झारखंड पुलिस की मानें तो हाल के दिनों में अवैध शराब के 23 मामले सामने आए हैं जिसमें 2460 लीटर शराब पकड़ा गया है। इसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भी भेजी जा रही है।

बिहार चुनाव और नक्सली

बिहार और झारखंड नक्सल प्रभावित राज्यों में शामिल हैं। दोनों ही राज्य नक्सली हमलों के ग्वाह रहे हैं। खासकर चुनाव के दौरान नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। लिहाज़ा, बिहार चुनाव के मद्देनज़र झारखंड से नक्सली बिहार में प्रवेश न करें इसकी हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। झारखंड पुलिस के मुताबिक सितंबर से अबतक 50 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 04 की संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है। पुलिस की कार्रवाई में लैंड माइंस के साथ ही बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए गए हैं।

झारखंड में 03 नवंबर को उप चुनाव

बिहार में दूसरे चरण का मतदान 03 नवंबर को होना है। इसी दिन झारखंड के दुमका और बेरमो विधानसभा सीट पर उप चुनाव भी होना है। लिहाज़ा, झारखंड में भी चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव प्रचार में यूपीए और एनडीए के नेता ज़ोर आज़माइश कर रहे हैं। साथ ही क़ानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। झारखंड पुलिस शांतिपूर्ण मतदान कराने का दावा कर रही है। हालांकि, झारखंड में भी नक्सलियों की आहट रही है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाना बेहद ज़रूरी है।

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बिहार की राजनीति का झारखंड में असर

बिहार की राजनीतिक गतिविधि का झारखंड में गहरा प्रभाव पड़ता है। राजद बिहार में सत्ता पाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है। दूसरी तरफ आरजेडी झारखंड की सत्ता में हिस्सेदार है। ऐसे में बिहार चुनाव का परिणाम झारखंड की सियासत में भी मायने रखता है। झारखंड के कई बड़े चेहर जैसे रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी, हेमंत सोरेन, सुबोधकांत सहाय समेत कई दलों के नेता बिहार चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।

शाहनवाज़

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