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Amit Shah in Tamilnadu: चेन्नई एयरपोर्ट से अंधेरे में निकला अमित शाह का काफिला, स्टालिन सरकार पर हमलावर हुई बीजेपी
Amit Shah in Tamilnadu: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए तूफानी दौरा कर रहे हैं। बीजेपी के एक ऐसी ही कार्यक्रम में शामिल होने शनिवार रात शाह तमिलनाडु पहुंचे। लेकिन उनके यहां पहुंचते ही अजीब स्थिति पैदा हो गई।
Amit Shah in Tamilnadu: केंद्र में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में भारतीय जनता पार्टी महाजनसंपर्क अभियान चला रही है। जिसके जरिए लोगों को इन सालों में देश में हुई प्रगति और सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए तूफानी दौरा कर रहे हैं। बीजेपी के एक ऐसी ही कार्यक्रम में शामिल होने शनिवार रात शाह तमिलनाडु पहुंचे। लेकिन उनके यहां पहुंचते ही अजीब स्थिति पैदा हो गई।
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अमित शाह के आगमन को लेकर चेन्नई में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त उत्साह था। अपने नेता के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में भाजपाई एयरपोर्ट के बाहर खड़े थे। मगर जैसे ही अमित शाह बाहर निकले एयरपोर्ट के बाहर लगी लाइटें बुझ गईं। गृह मंत्री के सिक्योरिटी में तैनात अफसर भी इसको लेकर थोड़े परेशान दिखे। अंधेरे के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने मोबाइल का टॉर्च जलाकर अमित शाह का स्वागत किया।
शाह ने भी उन्हें निराश नहीं किया, वे वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करते हुए निकले। इस पूरे समय तक लाइट गायब रही। इस घटना को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए। कार्यकर्ताओं का एक समूह वहीं पर धरने पर बैठ गया और राज्य़ की स्टालिन सरकार पर जानबूझकर लाइट बंद करने का आरोप लगाया।
वेल्लोर में होगी जनसभा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी रविवार 11 जून को वेल्लोर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जहां वे मोदी सरकार द्वारा बीते 9 सालों में किए गए विकास कार्यों का बखान करेंगे। इस दौरान निश्चित तौर पर उनके निशाने पर राज्य सरकार के रहने की संभावना है। क्योंकि तमिलनाडु में यूपीए गठबंधन में शामिल डीएमके की सरकार है। जिसमें कांग्रेस एक जूनियर पार्टनर की भूमिका में है।
स्टालिन ने शाह पर साधा था निशाना
अमित शाह के दौरे को लेकर तमिलनाडु की राजनीति गरमा चुकी है। कल यानी शनिवार 10 जून को शाह के आगमन से पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने उनपर जमकर निशाना साधा था। स्टालिन ने शाह के दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या वे ये बताने आ रहे हैं कि बीते 9 सालों में केंद्र ने तमिलनाडु के लिए कौन-कौन सी विशेष योजनाओं लागू कीं। तमिलनाडु सीएम ने गृह मंत्री शाह को राज्य के लिए लागू की गई योजनाओं के बारे में जानकारी देने की चुनौती दी। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि यूपीए शासनकाल में तमिलनाडु के लिए कई विशेष योजनाएं चलाई गई थीं।
बता दें कि 2004 से लेकर 2014 तक डीएमके यूपीए सरकार का हिस्सा रही थी। हालांकि, टूजी घोटाले के कारण आखिरी दिनों में कांग्रेस और डीएमके के बीच रिश्तों में दरार आ गई थी। श्रीलंकाई तमिलों के मानवाधिकार के मुद्दे का बहाना बनाकर 2013 में डीएमके ने कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। 18 सांसदों के साथ डीएमके तब यूपीए में कांग्रेस की सबसे बड़ी सहयोगी थी और आज भी वही स्थिति है।
बीजेपी के आरोप पर डीएमके का पलटवार
बीजेपी द्वारा जानबूझकर लाइट काटने के आरोप पर सत्तारूढ़ डीएमके ने पलटवार किया है। डीएमके नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण राज्य में एक महीने में बिजली की खपत बढ़ी है। इसलिए कभी-कभी बिजली चली जाती है। ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया। भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर बीजेपी चाहे तो इसकी सीबीआई जांच भी करा ले।