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थर-थर कांपे आतंकी: सेना को मिली ये बड़ी कामयाबी, ध्वस्त हुये सारे प्लान
जम्मू-कश्मीर में आज ईद मनाई जा रही है, ऐसे में इस जश्म के चलते देश को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। कश्मीर के बडगाम में पुलिस और भारतीय सेना के सुरक्षाबलों की 53RR यूनिट ने खूंखार आतंकी लश्कर के मुख्य सहयोगी वसीम गनी को अपनी हिरासत में ले लिया है।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आज ईद मनाई जा रही है, ऐसे में इस जश्म के चलते देश को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। कश्मीर के बडगाम में पुलिस और भारतीय सेना के सुरक्षाबलों की 53RR यूनिट ने खूंखार आतंकी लश्कर के मुख्य सहयोगी वसीम गनी को अपनी हिरासत में ले लिया है। ये आतंकी बीरवाह का रहने वाला है। वसीम के साथ उसके तीन और सहयोगियों को सुरक्षाबलों और पुलिस द्वारा पकड़ा गया है। ये लोग आतंकवादियों को इस इलाके में लॉजिस्टिक सपोर्ट देने के साथ-साथ शरण भी दे रहे थे। भारतीय सुरक्षा बलों ने उनके कब्जे से हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्रियां भी मिली है।
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बता दें, इन आतंकियों की पहचान हरदुलिना बीरवाह के रहने वाले अब्दुल अजीज गनी का बेटा वसीम गनी, मोहम्मद सुल्तान डार का बेटा फारुक अहमद डार, बशीर अहमद का बेटा मोहम्मद यासीन और अली मोहम्मद मीर का बेटा अजहरुद्दीन मीर के रूप में हुई है। ये सभी कंडूरा बीरवाह के रहने वाले हैं।
वहीं इससे पहले, सुरक्षा बलों ने 16 मई को बड़गाम के अरिजल खानसैब में एक सुरंग का पता लगाया था और लश्कर-ए-तैयबा की मदद करने वाले जहूर वानी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
आपको बता दें, इससे पहले सुरक्षाबलों में दक्षिणी कश्मीर में पुलवामा जिले के राजपोरा इलाके में एक तहसीलदार के घर में तहखाने में बनाए गए आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया है।
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लेकिन बताया जा रहा है कि ठिकाने से किसी तरह के कोई भी हथियार की बरामदगी नहीं हुई है। सुरक्षा एजेंसियां तहसीलदार से पूछताछ कर रही हैं। कई अहम खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
तहखाने में बनाए गए ठिकाने
इन सब के चलते भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकी अंसार गजवा-तुल-हिंद और आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को भी शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि राजपोरा इलाके के एक गांव में रहने वाले तहसीलदार के घर में आतंकी ठिकाना है। इस सूचना पर सेना की 42 राष्ट्रीय राइफल्स, 182वीं बटालियन सीआरपीएफ और पुलिस ने घर की तलाशी ली तो तहखाने में बनाए गए ठिकाने का पता चला।
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