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लावारिस मृतकों की अस्थियां मोक्ष दायिनी गंगा में की गईं प्रवाहित

देश भर के कई राज्यों से सैकड़ों लोगों ने हरिद्वार के सतीघाट पहुंचकर लगभग साढ़े आठ हज़ार लावारिस मृतकों की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करके मृतकों के लिए मोक्ष की कामना की। इस बार की खास बात यह रही की विदेशों में रह रहे भारतीयों के मृतक परिजनों की भी अस्थियाँ यहां लाई गईं और पूरे वैदिक मंत्रोच्चारों के बीच अस्थिविसर्जन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

SK Gautam
Published on: 27 May 2023 1:55 PM IST
लावारिस मृतकों की अस्थियां मोक्ष दायिनी गंगा में की गईं प्रवाहित
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उत्तराखंड: लावारिस मृतकों को मोक्ष दिलाने के उद्देश्य से उनकी अस्थियों को इकट्ठा कर धर्मनगरी हरिद्वार में कनखल के सती घाट पर मोक्ष दायिनी गंगा में प्रवाहित किया गया। देव उत्थान समिति द्वारा पिछले 18 सालों से प्रतिवर्ष अस्थि विसर्जन का यह कार्य किया जाता है।

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देश भर के कई राज्यों से सैकड़ों लोगों ने हरिद्वार के सतीघाट पहुंचकर लगभग साढ़े आठ हज़ार लावारिस मृतकों की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करके मृतकों के लिए मोक्ष की कामना की। इस बार की खास बात यह रही की विदेशों में रह रहे भारतीयों के मृतक परिजनों की भी अस्थियाँ यहां लाई गईं और पूरे वैदिक मंत्रोच्चारों के बीच अस्थिविसर्जन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

अस्थियां प्रवाहित करके मृतकों के लिए मोक्ष की कामना की जाती है

समिति के अनुसार देव उत्थान समिति ऐसे लोगो को मोक्ष दिलाने के उद्देश्य से उनकी अस्थियां प्रवाहित करती है जिनका परिवार ना होने के कारण उनका अंतिम संस्कार विधि-विधान से नहीं हो पाता इसलिए कनखल के पावन सती घाट पर उनकी अस्थियां प्रवाहित करके मृतकों के लिए मोक्ष की कामना की जाती है। ऐसा कई वर्षों से लगातार किया जा रहा है और अब तक सवा लाख मृतकों की अस्थियाँ गंगा में प्रवाहित की जा चुकी हैं।

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जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हरिद्वार के देव संस्कृति विश्वविद्यालय ने एक पहल की है

जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हरिद्वार के देव संस्कृति विश्वविद्यालय ने एक पहल की है। हरिद्वार में शांतिकुंज द्वारा संचालित देव संस्कृति विश्वविद्यालय जम्मू कश्मीर के 100 छात्रों को विशेष आरक्षण के तहत निशुल्क शिक्षा प्रदान करेगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या से मुलाकात करने पहुंचे।

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इस दौरान निशंक ने यह घोषणा की। रमेश पोखरियाल ने बताया कि देव संस्कृति विश्वविद्यालय कश्मीर के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए यह अनोखी पहल कर रहा है। उन्होंने मोदी सरकार के सौ दिन के कार्यकाल पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ रहा है।

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