×

मुंबई होगी पानी-पानी: डूब जाएंगे ये सारे शहर, तेजी से बढ़ रहा बड़ा खतरा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि समुद्र का जलस्तर बढ़ने के साथ साथ खतरे भी लगातार बढ़ रहे हैं। अगर हम सही समय पर सतर्क नहीं होते हैं तो फिर इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे।

Shreya
Published on: 26 Feb 2021 4:41 PM IST
मुंबई होगी पानी-पानी: डूब जाएंगे ये सारे शहर, तेजी से बढ़ रहा बड़ा खतरा
X
मुंबई होगी पानी-पानी: डूब जाएंगे ये सारे शहर, तेजी से बढ़ रहा बड़ा खतरा

नई दिल्ली: एक ताजा स्टडी में सामने आया है कि भारत के समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। समुद्र के बढ़ते जलस्तर से कई शहरों और आइलैंड पर खतरा बढ़ गया है। साथ ही इसके चलते इकोनॉमी से लेकर तटीय इंफ्रास्ट्रक्चर तक निशाने पर आ गया है। ये बात केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एक रिपोर्ट में सामने आई है।

कई शहरों और आइलैंड पर बढ़ रहा खतरा

दरअसल, मंत्रालय ने IITM पुणे के साथ मिलकर समुद्र के बढ़ते जलस्तर पर स्टडी की है। स्टडी में स्पष्ट रूप से पता चला है कि भारत के समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे समुद्र के किनारे बसे शहरों और आइलैंड पर खतरा है। वहीं, इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद मंत्रालय ने किसी भी खतरे से बचने के लिए रूपरेखा तैयार करनी शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें: उड़े नक्सलियों के चिथड़े: सेना को मारने के लिए लगाया बम, पेड़ पर लटके परखच्चे

sea level (फोटो- सोशल मीडिया)

क्या है जलस्तर बढ़ने की वजह?

बताया जा रहा है कि जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन (Climate Change) है। ग्लेशियरों के पिघलने और गर्म होती धरती की सतह से पानी का आयतन बढ़ रहा है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के क्लाइमेट चेंज के पैनल ने आशंका जताई थी कि समुद्र का जल स्तर पर बढ़ रहा है। जिसके बाद मंत्रालय ने पुणे के आईआईटीएम के साथ मिलकर ये रिपोर्ट तैयार की है।

क्या बताया गया है इस रिपोर्ट में?

रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते 3 दशक में पृथ्वी की सतह ज्यादा गर्म हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2001 से लेकर 2018 तक धरती की भीतरी और बाहरी सतह में जिस तरह से ऊष्मा बढ़ी, वह इससे पहले के दशकों में कभी नहीं देखी गई। स्टडी में सामने आया कि 1993 से लेकर 2017 के दौरान उत्तरी हिंद महासागर के जलस्तर में सालाना 3.3 मिलीमीटर की बढ़ोत्तरी हुई है।

यह भी पढ़ें: भारत बंद: GST के विरोध में उत्तर से दक्षिण तक दिखा असर, दिल्ली में खुले रहे बाजार

sea-level (फोटो- सोशल मीडिया)

त्रासदी की मुख्य वजह

वही, एक्सपर्ट्स का कहना है कि समुद्र का जलस्तर बढ़ने के साथ साथ खतरे भी लगातार बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि बढ़ते तापमान से ग्लेशियर पिघर रहे हैं, जिससे समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इतना ही नहीं कई बार नदियां अपने रास्ते को छोड़कर विनाश की तरफ बढ़ जाती हैं। फिर चाहे चमोली में हुई त्रासदी हो या फिर केदारनाथ की, इसके पीछे का मुख्य कारण बढ़ता तापमान और जलवायु परिवर्तन ही है।

समय पर होना होगा सतर्क

रिपोर्ट आगाह करती है कि अगर हम सही समय पर सतर्क नहीं होते हैं तो फिर इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे। भारत की एक तिहाई आबादी समुद्र तटीय इलाकों में रहती है। ऐसे में समुद्र का जलस्तर बढ़ना भारत के एक तिहाई आबादी के लिए खतरनाक साबित होगा।

कहा जा रहा है कि पानी का आयतन बढ़ने से तटीय इलाकों के डूबने के साथ साथ वहां की जनसंख्या, अर्थव्यवस्था, तटीय इंफ्रास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान हो सकता है। अगर ऐसे ही जलस्तर बढ़ता रहा तो भारत के तटीय इलाकों की आबादी को नुकसान होने के साथ ही शहर डूब जाएंगे। इसके अलावा भी काफी नुकसान की संभावना है।

यह भी पढ़ें: आम आदमी को झटका: अब चाय का स्वाद होगा फीका, दूध के दामों में बढ़ोत्तरी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shreya

Shreya

Next Story