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तूफान अम्फान ने धारण किया भयानक रूप, 200 किमी के रफ्तार से चल रही हवाएं

महाचक्रवाती तूफान अम्फान अब पश्चिम बंगाल में पहुंचने की संभावना है इस बीच ओडिशा  में भारी बारिश और हवा के झोंके और बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश की वजह से एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान  में कमजोर हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि तूफान के चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जोखिम वाले इलाकों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

suman
Published on: 20 May 2020 3:42 AM GMT
तूफान अम्फान ने धारण किया भयानक रूप, 200 किमी के रफ्तार से चल रही हवाएं
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नई दिल्ली: महाचक्रवाती तूफान अम्फान अब पश्चिम बंगाल में पहुंचने की संभावना है इस बीच ओडिशा में भारी बारिश और हवा के झोंके और बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश की वजह से एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि तूफान के चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जोखिम वाले इलाकों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दोनों राज्य हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि चक्रवात के चलते तेज रफ्तार हवाएं चल रही हैं और ओडिशा के कई क्षेत्रों में बारिश हुई है।

अभी कोरोना वायरस का महासंकट जारी है, लेकिन इस बीच आज एक और नई चुनौती दस्तक देने वाली है। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान आज भारत से टकरा सकता है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत अन्य तटीय राज्यों में इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

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तेज रफ्तार की हवाएं

मंगलवार देर रात से ही चक्रवाती तूफान अम्फान ने सुपर साइक्लोन का रूप ले लिया है, जिसकी वजह से 200 किमी. प्रति घंटा से भी तेज रफ्तार की हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग की मानें, तो बुधवार दोपहर तक इसकी रफ्तार और भी तेज़ होगी और ये बंगाल-ओडिशा के इलाकों से टकराएगा। बंगाल और ओडिशा की तरफ से तूफान किस तेज़ी से बढ़ रहा है, यहां ट्रैकर में देखकर इसका अंदाजा लगा सकते हैं।

बेहद भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल- बांग्लादेश तटों से गुजर सकता है। तटों से टकराने से पहले इसकी प्रचंडता कुछ कम होगी और हवाओं की गति निरंतर 180 किलोमीटर प्रति घंटे बनी रहेगी जो बीच-बीच में प्रति घंटे 200 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है ।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चूंकि चक्रवात धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है इसलिए ओडिशा में इसका असर बहुत ज्यादा होने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि हालांकि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे तटीय जिलों में मंगलवार शाम से भारी बारिश होने और तेज हवाएं चलने की आशंका है।

इलाकों में एनडीआरएफ की टीमों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी मुस्तैदी से तैनात है। कई लाख लोगों को अबतक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पड़ोस के राज्यों में मंगलवार रात से ही बारिश शुरू हो गई थी, जो बुधवार तक और भी बढ़ सकती है। बंगाल के मेदनीपुर, नॉर्थ-साउथ परगना, हावड़ा और हुगली जैसे जिलों में अलर्ट बढ़ाया गया है।

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तीन लाख लोग सुरक्षित स्थान पर

ओडिशा में तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बालासोर समेत आसपास के जिलों में अलर्ट है, एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। दोनों राज्यों में चालीस से अधिक एनडीआएरएफ की टीमें हैं, जबकि कई अन्य टीमों को रिजर्व पर रखा गया है। बीते दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस साइक्लोन को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की थी और केंद्र की ओर से हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया था। उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर तैयारियों का जायजा लिया था।

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