ये है दुनिया का पहला चेक ; देख के घूम जाएगा आपका सिर

इतिहास बताता है कि 1600 से लेकर 1900 के बीच चेक के लिए अंग्रेज़ी में सबसे आम वर्तनी  check, checque, और cheque रही है। 1800 के बाद से, राष्ट्रमंडल और आयरलैंड में शब्द के वित्तीय अर्थ के लिए cheque (फ्रेंच शब्द chèque से) लिया गया

राम केवी
Published on: 16 Feb 2020 9:40 AM GMT
ये है दुनिया का पहला चेक ; देख के घूम जाएगा आपका सिर
X

रामकृष्ण वाजपेयी

बैंक से रुपये के लेन देन व पैसा निकालने के लिए हम सब लोग चेक का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का पहला चेक कब जारी हुआ था। किसने सबसे पहले रुपया निकाला था और चेक शब्द आया कहां से।

इतिहास बताता है कि 1600 से लेकर 1900 के बीच चेक के लिए अंग्रेज़ी में सबसे आम वर्तनी check, checque, और cheque रही है। 1800 के बाद से, राष्ट्रमंडल और आयरलैंड में शब्द के वित्तीय अर्थ के लिए cheque (फ्रेंच शब्द chèque से) लिया गया, जबकि अन्य अर्थों में केवल check को बनाए रखा गया, जिससे लिखित रूप में अंतर दिखाया जा सके।

हिन्दी में हम check, cheque दोनो शब्दों का उच्चारण चेक शब्द से करते हैं एक आशय जांचने से है जबकि दूसरा बैंकिंग लेन देन को इंगित करता है।

दुनिया का पहला चेक

ऐतिहासिक रूप से जो प्रमाण मिलते हैं उसके हिसाब से पहला चेक 16 फरवरी 1659 में यानी आज के ही दिन बनाया गया था। इसे व्यापारी निकोलस वैनाकर ने मिस्टर डेलबो को 400 पॉण्ड भुगतान करने के लिए बनाया था। इसका भुगतान सिटी बैंकर्स मॉसर्स मॉरिस एण्ड क्लेटन में होना था। इसे वेस्टमिंस्टर एब्बे में प्रदर्शित किया गया है। समय के साथ जैसे जैसे विकास होता गया बैंक चेक का स्वरूप बदलता गया और इसमें नये नियम जुड़ते गए।

बदल गया स्वरूप

इसके करीब तीन सौ साल बाद चेक के स्वरूप में काफी अंतर आ गया था इस चेक को वेस्टमिंस्टर बैंक, इंग्लैंड की ब्रिस्टल शाखा, रीजेंट स्ट्रीट (क्लिफ्टन) पर दिनांक 14 अगस्त 1956 को जारी किया गया था। उस समय तक कंम्प्यूटर नहीं थे इसलिए बैंक कर्मचारियों द्वारा इसके हस्ताक्षर को प्रमाणित किया जाता था।

इसे भी पढ़ें

बैंकों ने दिया ये बड़ा तोहफा: ग्राहकों में खुशी की लहर, अब दूर होगी परेशानी

इस समय तक चेक का किसी अन्य खाते में भुगतान के रोकने के लिए "क्रॉस चेक" की शुरुआत हो गई थी। उस समय बैंकों के पास कंप्यूटर नहीं थे और कर्मचारियों को रोजाना लाखों चेक सत्यापित करने होते थे। आज चेक का स्वरूप एकदम बदल चुका है। जो इसके विकास की कहानी कहता है।

राम केवी

राम केवी

Next Story