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ये होंगे मुख्यमंत्री झारखंड के: यहां नहीं चला मोदी-शाह का जादू

चुनाव परिणामों को लेकर आए एग्जिट पोल्स और ताजा रूझानों को देखा जाय तो राज्य में भाजपा सरकार गिरती हुई नजर आ रही है। इनमें झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन द्वारा सरकार बनाने की संभावना जताई जा रही है।

Shivakant Shukla
Published on: 23 Dec 2019 2:09 PM IST
ये होंगे मुख्यमंत्री झारखंड के: यहां नहीं चला मोदी-शाह का जादू
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रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम आने शुरू हो चुके हैं। शुरूआती रूझानों में तस्वीर इतनी तो साफ हो चुकी है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार तो नहीं बनेगी।

गठबंधन सरकार बनाने की संभावना

लेकिन यदि चुनाव परिणामों को लेकर आए एग्जिट पोल्स और ताजा रूझानों को देखा जाय तो राज्य में भाजपा सरकार गिरती हुई नजर आ रही है। इनमें झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन द्वारा सरकार बनाने की संभावना जताई जा रही है।

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झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन को इस चुनावों में बहुमत मिलता है तो ये देखने वाली बात होगी कि कौन सी पार्टी का नेता मुख्यमंत्री बनेगा। हालांकि एक सर्वेक्षण में झामुमो नेता हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद के लिए लोगों की पहली पसंद बताया गया है। हालांकि बहुमत मिलने पर झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ही तय करेगा कि किस दल का नेता मुख्यमंत्री बनेगा।

कौन हैं हेमंत सोरेन?

ध्यान रहे कि हेमंत सोरेन झारखंड के पांचवें मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें राजनीति विरासत में मिली थी। उनके पिता शिबू सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री थे, जिन्हें झारखंड में गुरुजी के नाम से भी जाना जाता है।

10 अगस्त, 1975 को बिहार के रामगढ़ जिले में जन्मे हेमंत सोरेन की इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई बिहार की राजधानी पटना से हुई है। उसके बाद उन्होंने रांची के बीआइटी मेसरा में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया था, लेकिन वह अपना कोर्स पूरा नहीं कर सके थे।

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हेमंत सोरेन की पत्नी का नाम कल्पना सोरेन है और उनके दो बच्चे भी हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2009 में की है। वह 24 जून 2009 से 4 जनवरी 2010 तक राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। हालांक अब देखना होगा कि राज्य में मुख्यमंत्री का ताज किसके सर पर सजने वाला है। आपको बता दें कि 81 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन को 41 का आंकड़ा जरूरी है।



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