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दिल्ली: 100 साल पुराने मंदिर में तोड़फोड़, यह है पूरी सच्चाई
पुरानी दिल्ली के हौज काजी में स्कूटी पार्किंग को लेकर शुरू हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया। इलाके में तनाव है जिसे काबू में रखने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है। ये पूरा मामला रविवार रात 10 बजे के आस-पास का है।
नई दिल्ली: पुरानी दिल्ली के हौज काजी में स्कूटी पार्किंग को लेकर शुरू हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया। इलाके में तनाव है जिसे काबू में रखने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है। ये पूरा मामला रविवार रात 10 बजे के आस-पास का है।
अब इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है। इसमें दूसरे समुदाय पर आरोप लगा है कि उनकी भीड़ ने दुर्गा मंदिर गली में 100 साल पुराने मंदिर को क्षति पहुंचाई। वहीं, तीसरी एफआईआर हुई है जिसमें मंदिर पर पथराव कर के मंदिर को तोड़ने की शिकायत है।
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इस मामले पर एआईएमआईएम के मुखिया और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया। ओवैसी ने मंदिर तोड़े जाने की निंदा की है। ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा- किसी भी पूजा स्थल या पूजा करने वाले पर हमला हमारे प्रिय देश की बहुलता और विविधता पर हमला है। बर्बरता की यह कार्रवाई अत्यंत निंदनीय है और मैं मांग करता हूं कि दोषियों पर कार्रवाई की जाए और उन्हें समयबद्ध तरीके से दोषी ठहराया जाए।
'हम आगे की कार्रवाई के बारे में करेंगे निर्णय'
तो वहीं विश्व हिंदु परिषद (विहिप) की दिल्ली इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को यहां पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से मुलाकात की और मंदिर में तोड़-फोड़ में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की। कुमार ने कहा, ‘‘मंदिर के अपवित्रीकरण में शामिल लोगों की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का चार दिन इंतजार करने के बाद हम आगे की कार्रवाई के बारे में निर्णय करेंगे।’’
स्थानीय पुलिस के मुताबिक दुर्गा, शिव और राम दरबार समेत अन्य हिन्दू देवी-देवताओं की झांकियों वाले इस छोटे मंदिर में ही रविवार देर रात पथराव किया गया था।
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स्थानीय लोगों के मुताबिक एक हिन्दू मोहल्ले के शुरुआती छोर पर स्थित ये मंदिर 100 साल से अधिक समय से यहीं स्थापित है। इस गली के बाहर, दोनों तरफ दुसरे समुदाय की बहुल आबादी है। दूसरे समुदाय मोहल्ले में रहने वालों के पास साक्ष्य के तौर पर जो सीसीटीवी फ़ुटेज है उसके अनुसार भीड़ ने रविवार रात 12:42 बजे गली में पथराव किया था।
भीड़ ने पहले नारेबाज़ी की और कुछ देर बाद गली में पथराव
स्थानीय लोगों का कहना है कि "विवाद दुपहिया वाहन की पार्किंग को लेकर शुरु हुआ था जो बाद में धार्मिक तनाव में तब्दील हो गया। गली के बाहर भीड़ 12 बजे के बाद इक्ट्ठा होना शुरु हुई थी। भीड़ ने पहले नारेबाज़ी की और कुछ देर बाद गली में पथराव शुरु कर दिया"।
आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने पुलिस बल के साथ इलाके का दौरा किया। इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की। पुलिस ने दोनों समुदायों के बीच दूरी बनाये रखने के लिए बकायदा बैरिकैडिंग की हुई है और अकारण किसी व्यक्ति को इलाके में आने जाने नहीं दिया जा रहा है। इस बीच सोमवार दोपहर को उस समय माहौल गर्म हो गया जब दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी।
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नशे में धुत लड़कों ने की हाथापाई
दरअसल गली दुर्गा मंदिर के पास कुछ लड़के शराब पी रहे थे। उसी समय पास ही की एक गली में रहने वाला दूसरे समुदाय का लड़का वहां आया और अपनी स्कूटी पार्क करने लगा। पहले से मौजूद लड़कों ने उसे ऐसा करने से रोका, मगर जब वो लड़का नहीं माना तो नशे में धुत लड़के हाथापाई पर उतर आए।
इसी झगड़े में लड़के के हाथ की हड्डी टूट गई। जैसे ही ये खबर घायल लड़के की गली तक पहुंची उसकी गली के लोग इकट्ठा हुए और शराब पी रहे लड़कों की जमकर पिटाई कर दी। दोनों ही पक्ष के लोगों में मारपीट हुई जिसने बाद में पथराव का रूप ले लिया।
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दोनों तरफ से हुए पथराव में गली में मौजूद 100 साल पुराने मंदिर को नुकसान पहुंचा और मंदिर के कुछ शीशे भी टूट गए। सुबह ये खबर इलाके में आग की तरह फैली और कुछ हिंदू संगठन दुर्गा मंदिर वाली गली में धरने पर बैठ गए। वहीं, दूसरी तरफ दूसरे समुदाय के लोग भी लाल कुआं और बल्लीमारान की सड़कों पर इकट्ठा होकर नारेबाजी पर उतर आए।