आज रो रहा देश: लड़ते-लड़ते शहीद हुए 2 होनहार जवान, जिनसे कांपते थे आंतकी

शनिवार को फिर से पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के बारामुला स्थित रामपुर सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन कर गोलाबारी की। इस गोलाबारी में बॉर्डर जिला पिथौरागढ़ के 2 जवान शहीद हो गये हैं।

Vidushi Mishra
Published on: 2 May 2020 12:46 PM GMT
आज रो रहा देश: लड़ते-लड़ते शहीद हुए 2 होनहार जवान, जिनसे कांपते थे आंतकी
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आज रो रहा देश: लड़ते-लड़ते शहीद हुए 2 होनहार जवान, जिनसे कांपते थे आंतकी

नई दिल्ली। दुनियाभर में तबाही का मंजर जारी है इधर भारत में कोरोना महामारी के साथ नापाक पाकिस्तान भी अपनी जलील हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शनिवार को फिर से पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के बारामुला स्थित रामपुर सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन कर गोलाबारी की। इस गोलाबारी में बॉर्डर जिला पिथौरागढ़ के 2 जवान शहीद हो गये हैं। शहीद दोनों जवान 21 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे। मिली जानकारी के मुताबिक, जवानों के पार्थिव शरीर को रविवार को उनके पैतृक गांव लाया जाएगा।

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लड़ते-लड़ते शहीद हुए ये लाल

शहीद हुए दो जवानों में एक जवान शंकर सिंह मेहरा जिसकी उम्र महज 30 साल थी, जोकि गंगोलीहाट तहसील के नाली गांव के रहने वाले थे। मेहरा सेना में नायक के पद पर तैनात थे।

मेहरा लंबी छुट्टी अपने घर में गुजारने के बाद 1 महीने पहले ही ड्यूटी पर गए थे। मेहरा अपने पीछे बूढ़े माता-पिता के अलावा पत्नी और 5 साल के छोटे बेटे को छोड़ गए हैं। साथ ही शहीद मेहरा के भाई भी जम्मू-कश्मीर में ही सेना में तैनात हैं।

शहीद हुए दूसरे जवान गोकर्ण सिंह जिनकी उम्र 40 थी, मुनस्यारी तहसील के नापड़ गांव के रहने वाले थे। गोकर्ण सेना में हवलदार के पद पर तैनात थे। वह अपने पीछे पत्नी, बेटी और बेटे को छोड़ गए हैं। गोकर्ण का परिवार उत्तर प्रदेश के बरेली में रहता है।

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परिवारों में मचा कोहराम

दो जवानों के शहीद होने से कोहराम मचा हुआ है। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। डीएम पिथौरागढ़ विजय जोगदंडे ने बताया कि दोनों जवानों के पार्थिव शरीर को रविवार को हेलीकॉप्टर की मदद से बरेली स्थित सेना मुख्यालय लाया जाएगा।

आगे उन्होंने बताया कि उसके बाद अगर मौसम ठीक रहा तो हेलीकॉप्टर की ही मदद से पिथौरागढ़ ब्रिगेड हेडक्वार्टर लाया जाएगा। पिथौरागढ़ से सेना के वाहनों से शहीदों के पैतृक गांव पार्थिव शरीर को पहुंचाया जाएगा। जबकि दोनों जवानों को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने की तैयारी की जा रही है।

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