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आज SBI दे रहा ये बम्पर ऑफर, जल्दी करे कहीं मौका छूट ना जाए
सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नए फैसले से 42 करोड़ ग्राहकों के जीवन पर बड़ा असर पड़ने वाला है. दरअसल, SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में 0.05 फीसदी की कटौती कर दी है. MCLR घटने के बाद एसबीआई के ग्राहकों का होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन सस्ता हो गया है. SBI के ग्राहकों को आज यानि 10 जुलाई से दरें घटने का फायदा मिलने लगेगा.
नई दिल्ली: सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नए फैसले से 42 करोड़ ग्राहकों के जीवन पर बड़ा असर पड़ने वाला है. दरअसल, SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में 0.05 फीसदी की कटौती कर दी है. MCLR घटने के बाद एसबीआई के ग्राहकों का होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन सस्ता हो गया है. SBI के ग्राहकों को आज यानि 10 जुलाई से दरें घटने का फायदा मिलने लगेगा.
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दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी सभी अवधि के कर्ज पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर में 0.05 फीसदी की कटौती की है. बैंक के इस फैसले के बाद 1 साल की अवधि के होम लोन पर न्यूनतम ब्याज दर 0.05 फीसदी घटकर 8.40 फीसदी हो गया है.
4 महीने के अंदर तीसरी बार SBI ने ब्याज दरों में कटौती की
करीब 4 महीने के भीतर यह तीसरी बार है जब एसबीआई ने ब्याज दरों में कटौती की है. इससे पहले बैंक ने अप्रैल और मई में ब्याज दर में 0.05-0.05 फीसदी कटौती की थी. इस दौरान एसबीआई के होम लोन पर ब्याज दर में 0.10 फीसदी तक की कमी आई.
बता दें कि एसबीआई ने अपने ग्राहकों को 1 जुलाई से रेपो रेट से जुड़े होम लोन पेश करने का ऐलान किया था. इसका मतलब यह हुआ कि अब जब भी आरबीआई रेपो रेट में बदलाव करेगा एसबीआई के होम लोन की ब्याज दरें भी कम या ज्यादा होंगी.
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एसबीआई ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब हाल ही में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों से रेपो रेट कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने को कहा था.
दरअसल, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि रेपो दर में एक के बाद एक तीन बार में 0.75 फीसदी कटौती किये जाने के बाद उन्हें बैंकों द्वारा इसका लाभ ग्राहकों तक जल्द पहुंचाये जाने की उम्मीद है.
शक्तिकांत दास के पद संभालने के बाद से आरबीआई लगातार तीन बार रेपो रेट में कटौती कर चुका है. लेकिन इसके बावजूद बैंकों ने उम्मीद के मुताबिक ग्राहकों को ब्याज दर में छूट नहीं दी है.
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हालांकि आरबीआई मौद्रिक नीति की जून में हुई समीक्षा के बाद रेपो दर में 0.25 फीसदी कटौती होने पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र, कार्पोरेशन बैंक, ओरिएंटल बैंक और आईडीबीआई बैंक ने अपनी एमसीएलआर दर को 0.05 से 0.10 फीसदी तक कम किया है.