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एमपी में ये बनेंगे मुख्यमंत्री, तेजी से चल रहा इनका नाम, भाजपा में मची खलबली
मध्यप्रदेश के सियासी संकट में कमलनाथ सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, अब कोई संभावना ज़िंदा नहीं बची है, सिवाय इसके की महाराष्ट्र की तरह अजित पवार...
भोपाल। मध्यप्रदेश के सियासी संकट में कमलनाथ सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, अब कोई संभावना ज़िंदा नहीं बची है, सिवाय इसके की महाराष्ट्र की तरह अजित पवार वाला खेल न हो जाए। हालांकि राजनीति है, कभी भी कुछ भी हो सकता है।
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खैर, अभी के हालात में मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनता दिख रहा है। सवाल बेहद अहम् है, अगर भाजपा मध्यप्रदेश में सरकार बनाने की स्थिति में आती है, तो कौन होगा मुख्यमंत्री ? अभी तक चल रही अटकलबाजियों के आधार पर देखें तो मध्यप्रदेश भाजपा में दो बड़े नेताओं का नाम ही सबसे आगे चल रहा है।
शिवराज सिंह चौहान है सीएम के दावेदार
शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में तीन कार्यकाल तक मुख्यमंत्री रहे हैं। लम्बा अनुभव है उनके पास । बेहद शौम्य एवं शिष्ट भाषा एवं व्यव्हार के लिए जाने जाते हैं । हालाँकि उनकी गिनती पुराने भाजपा नेताओं में ही होती है,वे आडवाणी के बेहद करीबी माने जाते रहे हैं ।
कैलाश विजयवर्गीय भी हौ रेस में
विजयवर्गीय उग्र हिंदुत्ववादी छवि के नेता के रूप में जाने जाते हैं
भाजपा के बड़े नेता है । नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी भी है। संघ में भी अच्छी पैठ है। पार्टी में उग्र हिंदुत्ववादी छवि के नेता के रूप में जाने जाते हैं। पहले भाजपा ऐसे नेताओं को लेकर जोखिम नहीं उठाती थी, लेकिन उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ को मौका देने के बाद माना जा रहा है कि, कैलाश विजयवर्गीय मध्यप्रदेश सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं।
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आप को बता दें कि कांग्रेस से सिंधिया के इस्तीफा देने के बाद प्रदेश में सियासी भुचाल आ गया है। सिंधिया समर्थक विधायक होली से पहले बंगलुरू में डेरा जमाए हुए हैं। जहां कांग्रेस के किसी नेता को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है।
कल सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल से मिलकर राज्य के ताजा स्थिती के बारे में अवगत कराया। वहीं पत्रकारों से बातचीत के दैरान कमलनाथ ने कहा कि हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे और हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।