TRENDING TAGS :
Manipur Violence: 'हम चर्चा को तैयार, पता नहीं विपक्ष क्यों नहीं चाहता', मणिपुर हिंसा पर लोकसभा में बोले अमित शाह
Parliament Monsoon Session: मणिपुर हिंसा मुद्दे पर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने आज भी जमकर हंगामा किया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 25 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
Amit Shah On Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जारी हिंसा मुद्दे पर सोमवार (24 जुलाई) को भी संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष के शोर-शराबे के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने बयान दिया। अमित शाह ने लोकसभा में कहा, 'हम इस मुद्दे (मणिपुर) पर सदन में चर्चा को तैयार हैं, पता नहीं विपक्ष क्यों चर्चा नहीं चाहता है।'
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'मैं विपक्ष से आग्रह करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें। ये महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले की सच्चाई पता चले।' बावजूद संसद में हंगामा जारी रहा। शोर-शराबे के बीच लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार (25 जुलाई) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
मणिपुर मसले पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा
संसद के मौजूदा मानसून सत्र के दौरान सोमवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) और लोकसभा (Lok Sabha) दोनों सदनों में मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग एक बार फिर हुई। पीएम मोदी के बयान को लेकर विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की। विपक्ष के विरोध के दौरान राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया। इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने लोकसभा में कहा था कि, 'हम संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं'।
क्या कहा कांग्रेस ने?
मणिपुर मामले पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'हम भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री मोदी इस मामले पर अपनी बात रखें। अगर, 140 करोड़ लोगों का नेता बाहर मीडिया से बात करता है और 140 करोड़ जनता के प्रतिनिधि अंदर बैठे हैं, तो आप (प्रधानमंत्री) पहले सदन के भीतर अपना बयान दीजिए। उसके बाद हम एक निर्णय लेंगे।'
मणिपुर में जातीय हिंसा
मणिपुर में बीती 3 मई को कुकी और मैतई समुदाय (Meitei Community) के बीच आरक्षण की मांग को लेकर जातीय हिंसा भड़की थी। हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। पिछले सप्ताह मणिपुर से महिलाओं की नग्न परेड कराने का वीडियो वायरल हुआ था। उसके बाद पूरे देश में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।