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मोदी सरकार की मंत्री ने दिया इस्‍तीफा, किसान बिल से नाराज है अकाली दल

मोदी सरकार की मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से त्‍यागपत्र दे दिया है। उन्‍होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है। केंद्र सरकार के किसान बिल से सहयोगी पार्टी अकाली दल नाराज है।

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Published on: 17 Sept 2020 9:52 PM IST
मोदी सरकार की मंत्री ने दिया इस्‍तीफा, किसान बिल से नाराज है अकाली दल
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मोदी सरकार के मंत्री ने दिया इस्‍तीफा, किसान बिल से नाराज है अकाली दल

लखनऊ: मोदी सरकार की मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से त्‍यागपत्र दे दिया है। उन्‍होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है। केंद्र सरकार के किसान बिल से सहयोगी पार्टी अकाली दल नाराज है। हरसिमरत कौर बादल अकाली दल की सांसद हैं।

केंद्र सरकार के प्रस्‍तावित कृषि बिल ने भाजपा और अकाली दल में फूट डाल दी है। पंजाब-हरियाणा के किसान इस बिल का विरोध कर रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल की पुत्रवधु हरसिमरत कौर बादल अब तक मोदी सरकार में अकाली दल का प्रतिनिधित्‍व करती आ रही हैं। उन्‍हें मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी मंत्री बनाया गया था।

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राजग में विरोध की शुरुआत

उनके इस्‍तीफे को राजग में विरोध की शुरुआत माना जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने संसद के मानसून सत्र में ही किसानों से संबंधित तीन बिल को पास कराने की कोशिश कर रही है। इन कानूनों में किसानों का उत्‍पादन व्‍यापार और वाणिज्‍य (संव‍र्धन और सुविधा विधेयक , मूल्‍य आश्‍वासन पर किसान समझौता कानून और कृषि सेवा विधयेक हैं। इन कानूनों से किसान डरे हुए हैं कि सरकार उनके उत्‍पादन को बडी कंपनियों के रहमो करम पर छोडने जा रही है।



इसलिए हो रहा विरोध

इन कानूनों के लागू होने के बाद किसानों को अपनी फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य नहीं मिल सकेगा। हालांकि इसमें गारंटीड मूल्‍य का प्राविधान है लेकिन यह किस प्रकार तय होगा। यह स्‍पष्‍ट नहीं है। इसलिए किसान इस कानून को किसान विरोधी मान रहे हैं। बताया जा रहा है इस कानून के बाद मंडी परिषद की भूमिका भी समाप्‍त हो जाएगी। यही वजह है कि पंजाब और हरियाणा का किसान इसका खुला विरेाध कर रहे हैं। इसी वजह से अकाली दल ने भी मोदी सरकार के खिलाफ जाने का फैसला किया है।

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दूसरी ओर जानकार बता रहे हैं कि हरसिमरत कौर बादल ने मोदी मंत्रिमंडल से त्‍यागपत्र जरूर दिया है लेकिन अकाली दल का नाता टूटने वाला नहीं है। अकाली दल का मोदी सरकार को समर्थन जारी रहेगा। अकाली दल को पंजाब में अभी कांग्रेस की सरकार से लडना है। ऐसे में वह मोदी सरकार से अलग होने का जोखिम नहीं उठाना चाहेंगे लेकिन राज्‍य की राजनीति को ध्‍यान में रखकर उन्‍हें यह कदम उठाना जरूरी हो गया था। इससे कैपटन अमररिंदर सिंह की सरकार उन्‍हें पंजाब में किसान विरोधी नहीं साबित कर पाएगी। हरसिमरत कौर ने अपना त्‍यागपत्र देने के बाद सोशल मीडिया पर कहा है कि वह किसानों के संघर्ष में उनके साथ खडी हैं। उन्‍हें अपने इस फैसले पर गर्व है।

अखिलेश तिवारी

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