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हजारों किसानों का दिल्ली कूच, लग सकता है भारी जाम, जानिए क्या है 15 मांगे
किसानों ने अपनी मांगो को लेकर दिल्ली कूच किया है। मागों को लेकर केंद्र सरकार के साथ बातचीत असफल होने के बाद किसानों ने दिल्ली की तरफ रवाना हो गए हैं। किसानों ने भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में नोएडा से दिल्ली जा रहे हैं।
नई दिल्ली: किसानों ने अपनी मांगो को लेकर दिल्ली कूच किया है। मागों को लेकर केंद्र सरकार के साथ बातचीत असफल होने के बाद किसानों ने दिल्ली की तरफ रवाना हो गए हैं। किसानों ने भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में नोएडा से दिल्ली जा रहे हैं।
हजारों की संख्या ये किसान अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर मोदी सरकार के सामने रखने के लिए सहारनपुर से पैदल यात्रा करते हुए जा रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी में है।
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किसान दिल्ली के किसान घाट जाएंगे जहां पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की समाधि है। कर्ज की माफी, गन्ना बकाये का 14 दिनों में भुगतान, बिजली के रेट में कमी समेत किसान 15 मांगों पर अड़े हुए हैं।
दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली पुलिस ने अपने जवानों को तैनात कर दिए हैं। सीआरपीएफ के जवानों को भी यहां लगाया गया है। दिल्ली पुलिस पूरी कोशिश करेगी दिल्ली की तरफ किसान ना बढ़ सके।
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दिल्ली पुलिस की तैयारी कहीं ना कहीं इशारा करती है कि किसानों के बीच माहौल तनावपूर्ण हो सकता है पिछले साल किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच टकराव हो चुका है।
आंदोलन के लिए दिल्ली पहुंचने वालों में नोएडा, गाजियाबाद समेत सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत, बिजनौर और हापुड़ के भी सैकड़ों किसान शामिल हैं।
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एक किसान ने कहा कि उनके ऊपर 3 लाख रुपये का कर्ज है। उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने किसानों के सारे कर्जे माफ करने की बात कही थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हमें यह भी बताया गया कि 14 दिनों के अंदर ही गन्ने का भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन फरवरी से अब तक तमाम मिलों ने पेमेंट लटका रखी है।'
किसान संगठनों की प्रमुख मांगें
1- भारत के सभी किसानों के कर्जे पूरी तरह माफ हों।
2- किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त मिले।
3. किसान व मजदूरों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य मुफ्त।
4- किसान-मजदूरों को 60 वर्ष की आयु के बाद 5,000 रुपये महीना पेंशन मिले।
5- फसलों के दाम किसान प्रतिनिधियों की मौजूदगी में तय किए जाएं।
6- खेती कर रहे किसानों की दुर्घटना में मृत्यु होने पर शहीद का दर्जा दिया जाए।
7- किसान के साथ-साथ परिवार को दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिले।
8- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट और एम्स की स्थापना हो।
9- आवारा गोवंश पर प्रति गोवंश गोपालक को 300 रुपये प्रतिदिन मिलें।
10- किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज समेत जल्द किया जाए।
11- समस्त दूषित नदियों को प्रदूषण मुक्त कराया जाए।
12- भारत में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो।