TRENDING TAGS :
हो जाएं सावधान: बढ़ रहा है 'महा' का कहर गुजरात की तरफ, अलर्ट जारी
दक्षिण भारत में लगातार मौसम करवट ले रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा कि अरब सागर में एक अनोखी घटना घट रही है।
नई दिल्ली: दक्षिण भारत में लगातार मौसम करवट ले रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा कि अरब सागर में एक अनोखी घटना घट रही है। गुजरात में तूफान का खतरा बहुत तेजी से अपने कदम पसार रहा है। गुजरात के तटीय इलाके की तरफ से ये तूफान तेजी से बढ़ रहा है। अरब सागर से उठने वाले इस चक्रवाती तूफान का नाम महा रखा गया है। चक्रवात 'महा' अब अरब सागर में घूमने के बाद गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा है और इसकी तीव्रता तेज भी है।
ये भी पढ़ें:करतारपुर पर खुद ही उलझा पाकिस्तान, अब ट्वीट कर पैदा किया भ्रम, जानें पूरा मामला
वैसे तो गुजरात तट पर पहुंचने से पहले इसके कमजोर होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। तूफान 'महा' 7 नवंबर को गुजरात में दस्तक दे सकता है। इसके असर से गुजरात में हल्की बारिश भी होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। तटीय क्षेत्रों के भागों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती है। इसके अलावा समुंद्र में आठ से दस फीट ऊंची लहरे भी उठने का अंदाजा है। प्रशासन ने मछुआरों को सलाह दी है कि वो 8 नवंबर की सुबह तक समुद्र से दूर रहें।
इन जगहों पर हो सकती है बारिश
स्काईमेट के अनुसार दक्षिण और दक्षिण पूर्वी राजस्थान और मप्र में भी चक्रवात का प्रभाव दिखने का अंदाजा है। इन जगहों में बारिश की गतिविधियां गर्जना के साथ शुरू हो सकती है। मुंबई, पुणे, गोवा सहित कोंकण, मध्य महाराष्ट्र में भी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
वहीं उत्तर भारत में एक पश्मिी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पहुंचा है। इसके प्रभाव से बना चक्रवाती सिस्टम मध्य पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान के ऊपर है। इन सिस्टमों के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा कई जगहों पर भीषण बारिश होने की आशंका है। ऊंचाई वाले इन दोनों राज्यों में बर्फबारी होने का अंदाजा है। लद्दाख के क्षेत्रों में भी एक दो स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में भी गरज के साथ बारिश हो सकती है।
ये भी पढ़ें:पावर कॉर्पोरेशन पीएफ घोटाले के विरोध में बिजली कर्मियों का प्रदेशव्यापी आंदोलन
दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। वहीं दिल्ली-एनसीआर में हवाएं एक बार फिर कमजोर होंगी। जिस वजह से अगले 24 घंटे तक शहर का प्रदूषण एक बार फिर बढ़ सकता है। लेकिन 24 घंटे बाद शहर में बारिश हो सकती है।