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मिली 19 लाशें: भेजा जा रहा स्निफर डॉग्स को, उत्तराखंड में तेजी से जारी बचाव कार्य
उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से सबसे ज्यादा तबाही चमोली के नजदीक के इलाकों में हुई है। ऐसे में ताजा जानकारी ये है कि यहां तपोवन प्लांट के पास टनल में काफी लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
नई दिल्ली। उत्तराखंड में ग्लेशियर के फटने से आई भयानक तबाही में कल से आज तक 19 लोगों के शव बरामद किये गए हैं। ऐसे में पिछले दिन शाम से ही राहत और बचाव कार्य जारी है। हालाकिं सोमवार को सुबह से बचाव कार्य में तेजी लाई गई। जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से सबसे ज्यादा तबाही चमोली के नजदीक के इलाकों में हुई है। ऐसे में ताजा जानकारी ये है कि यहां तपोवन प्लांट के पास टनल में काफी लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
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कुल 202 लोग लापता
हादसे के बारे में उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, कुल 202 लोग लापता हुए हैं, जिनमें से कुछ को बचा लिया गया है। हालाकिं जिन लोगों की तलाश की जा रही है, उनमें ज्यादातर मजदूर लोग हैं। साथ ही कुछ लोग गार्ड्स, गांववाले भी हैं।
इसके साथ ही तपोवन प्लांट की टनल में लगभग 37 लोगों के फंसे होने की खबर है। बता दें, ये टनल करीब ढाई किमी. लंबी है और काफी जटिल है। तो ऐसे में यहां पूरा मलबा भर जाने के कारण राहत बचाव करने में मुश्किल आ रही है। लेकिन अभी तक सौ मीटर ही टनल साफ हो पाई है।
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फोटो- सोशल मीडिया
स्निफर डॉग्स को
लगाया जा रहा
फिलहाल आईटीबीपी(ITBP) की तरफ से लगातार काम किया जा रहा है। आईटीबीपी की तरफ से अब स्निफर डॉग्स को लगाया जा रहा है, जिससे अंदर सुरंग में किसी भी व्यक्ति की तलाश की जा सके।
इसके साथ ही उत्तराखंड ग्लेशियर तबाही के चलते सोमवार सुबह केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भी जोशीमठ पहुंचे। यहां पर उन्होंने राहत बचाव कार्यों का जायजा लिया।
आज ही भूवैज्ञानिकों की टीम भी हादसे वाले स्थल पर पहुंची। जबकि अभी एक वैज्ञानिक और कुछ अन्य लोगों की टीम उस स्थल का दौरा करेगी, जहां ग्लेशियर टूटा। फिर उसके बाद विस्तार से जांच की जाएगी।
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