केरल के पूर्व वित्त मंत्री वी विश्वनाथ मेनन ने कोच्चि में ली आखरी सांसे

पूर्व कम्युनिस्ट नेता मेनन ने 1987 में ई के नायनार के नेतृत्व वाली माकपा नीत एलडीएफ सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया था।वह दो बार संसद सदस्य भी रहे थे।

Roshni Khan
Published on: 3 May 2019 10:25 AM GMT
केरल के पूर्व वित्त मंत्री वी विश्वनाथ मेनन ने कोच्चि में ली आखरी सांसे
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कोच्चि: केरल के पूर्व वित्त मंत्री वी विश्वनाथ मेनन का शुक्रवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।

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उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित मेनन का यहां अस्पताल में इलाज चल रहा था।

पूर्व कम्युनिस्ट नेता मेनन ने 1987 में ई के नायनार के नेतृत्व वाली माकपा नीत एलडीएफ सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया था।वह दो बार संसद सदस्य भी रहे थे।

मेनन ने 13 वर्ष की आयु में छात्र जीवन के दौरान ही राजनीति में प्रवेश किया था।

एक छात्र के रूप में, उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। इसके लिए उन्हें श्री राम वर्मा हाई स्कूल से निलंबित कर दिया गया था।

बाद में 1947 में, उन्हें भारतीय ध्वज के साथ कोच्चि शाही झंडे को फहराये जाने के आह्वान का विरोध करने के लिए एर्नाकुलम स्थित महाराजा कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया था।

मेनन ने 1950 में एडापल्ली पुलिस स्टेशन हमले सहित विभिन्न राजनीतिक मामलों के लिए तीन साल की जेल की सजा भी काटी थी।

‘‘अम्बादी विश्वम’’ के नाम से लोकप्रिय, मेनन 1967 में लोकसभा के लिए चुने गए और 1974 से 1980 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे।

1987 में वह माकपा के उम्मीदवार के रूप में तिरिप्पुनिथुरा निर्वाचन क्षेत्र से केरल विधानसभा के लिए चुने गए थे।

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केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मेनन की मौत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि यह देश के वाम-लोकतांत्रिक आंदोलन के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।

(भाषा)

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