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बेअसर हुआ टीकाकरणः महाराष्ट्र में हालात खराब, दूसरे राज्यों का क्या होगा
देश में अब तक एक करोड़ लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन हो चुका है। बढ़ते मामलों ने महाराष्ट्र को डरा दिया है। महाराष्ट्र सरकार कड़े फैसले लेने पर मजबूर हो गई है।
रामकृष्ण वाजपेयी
कोविड-19 के अब तक के प्रसार में बहादुरी पूर्वक देश के लोगों ने इसका सामना किया। वैक्सीन आने के बाद लोगों में निश्चिंतता का भाव आने लगा था। जो लोग कोरोना से ठीक हो गए थे उनके बारे में कहा जा रहा था कि फिलहाल उनको खतरा नहीं है। लेकिन कोविड-19 के नये स्ट्रेन क आने के बाद स्थितियां बदली हैं। जिस तरह से महाराष्ट्र कम्पलीट लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है अन्य राज्यों में भी इसको लेकर हलचल तेज है। एम्स प्रमुख पहले ही कह चुके हैं कि खतरा अभी टला नहीं है। जिन लोगों को कोरोना हो चुका है उन पर दोबारा अटैक हो सकता है।
भारत में अबतक 1 करोड़ लोगों का हुआ वैक्सीनेशन
देश में अब तक एक करोड़ के लगभग लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लग चुका है। हमारी आबादी 135 करोड़ के ऊपर है। विशेषज्ञों की मानें तो अभी तक 80 फीसदी लोगों में हर्ड इम्युनिटी नहीं आयी है।
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महाराष्ट्र में कोरोना का आंकड़ा बढ़ने पर 5 जिलों में पाबंदी
बढ़ते कोरोना मामलों ने महाराष्ट्र में हर आम और खास को डरा दिया है। महाराष्ट्र सरकार कड़े फैसले लेने पर मजबूर हो गई है। राज्य के अमरावती और अचलपुर में आज से संपूर्ण लॉकडाउन लग गया है। ये लॉकडाउन 1 मार्च सुबह 8 बजे तक लागू रहेगा। अकोला, अकोट और मुर्तिजापुर में कल सुबह 6 बजे से 1 मार्च की सुबह 6 बजे तक संपूर्ण लॉकडाउन लग जाएगा, इन सभी जगहों पर सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी। पुणे और नासिक में भी कल रात से नाइट कर्फ्यू लग गया।
केरल, पंजाब और मध्यप्रदेश में भी संक्रमण बढ़ा
लॉकडाउन की दिशा में केरल, पंजाब और मध्यप्रदेश भी बढ़ते दिख रहे हैं। केंद्र सरकार ने छह राज्यों को RT-PCR टेस्ट की संख्या बढ़ाने और म्युटेंट स्ट्रेंस को लगातार मॉनिटर करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा केंद्र ने कुछ जिलों में कड़े सर्विलांस और सख्त कंटेनमेंट पर फोकस करने को कहा है।
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कोरोना के नए स्ट्रेन की चेतावनी
विशेषज्ञों ने कहा है किन नये स्ट्रे का सामना करने के लिए लोगों को सख्ती से कोविड प्रोटोकाल का सामना करना होगा। बेहतर बात ये है कि वैक्सीन कोरोना के नये स्ट्रेन का सामना करने में सक्षम है लेकिन उसका असर धीमा है इसलिए सतर्कता सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जरूरी है।