×

सावधान! बिगड़ने जा रहा मौसम का मिजाज, इन इलाकों में होगा भूस्खलन, आएगी बाढ़

22 से 24 मार्च के दौरान एक या दो दिन तक राजस्थान में भी कहीं-कहीं ओले पड़े या धूल भरी आंधी आई। इसी तरह चक्रवाती स्थिति के कारण देश के मध्य भाग में पिछले सप्ताह भी कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हुई या आंधी-तूफान आया। 

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 27 March 2021 7:50 AM GMT
सावधान! बिगड़ने जा रहा मौसम का मिजाज, इन इलाकों में होगा भूस्खलन, आएगी बाढ़
X
अगले 3-4 दिन के दौरान पश्चिम बंगाल के हिमालयी हिस्से, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश होने के आसार हैं।

लखनऊ: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी से चलने वाली दक्षिण-पश्चिमी तेज और निचली हवाओं के कारण 29 मार्च से 3 अप्रैल, की अवधि के मध्य उत्तर-पूर्वी भारत में मौसम का मिजाज बिगड़ने की संभावना है। इस दौरान कई इलाकों में व्यापक बारिश होने और कहीं-कहीं भारी बारिश होने का भी अनुमान है। कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बनने की भी आशंका है।

बारिश/हिमपात/आंधी-तूफान

मौसम विभाग के अनुसार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और उसके कारण उठने वाली चक्रवाती स्थिति के चलते 22 मार्च से 24 मार्च के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और पंजाब में काफी बड़े पैमाने पर बारिश/हिमपात/आंधी-तूफान आया था। इसी दौरान उत्तर-पश्चिमी और उससे लगने वाले मध्य भारत के अन्य इलाकों में कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हुई या आंधी-तूफान आया। 22 से 24 मार्च के दौरान एक या दो दिन तक राजस्थान में भी कहीं-कहीं ओले पड़े या धूल भरी आंधी आई। इसी तरह चक्रवाती स्थिति के कारण देश के मध्य भाग में पिछले सप्ताह भी कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हुई या आंधी-तूफान आया।

weather news

यह पढें....100 साल पूरे होने से पहले बड़ा कार्यक्रम करेगा RSS, जोरों पर चल रही तैयारियां

मौसम विभाग का अनुमान है कि 28-29 मार्च को ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कहीं-कहीं छिटपुट से लेकर काफी बड़े इलाके में बारिश होने या बर्फ पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बिजली कड़कने और जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुज्जफराबाद में भारी आंधी-तूफान, बिजली कड़कने और ओले पड़ने की संभावना है।

भारी बारिश होने का अनुमान

बंगाल की खाड़ी से उठने वाली तेज निचली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण 29 मार्च से 3 अप्रैल, 2021 के बीच पूर्वोत्तर भारत में काफी बड़े पैमाने पर आंधी-तूफान के साथ बारिश होने/गरज के साथ बारिश होने/बिजली कड़कने और कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके कारण इस अवधि के दौरान कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने और सैलाब आने की भी आशंका है।

आंधी-तूफान आने की संभावना

पहले सप्ताह के ज्यादातर दिनों में तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और करैकल, तेलंगाना, केरल और माहे तथा कर्नाटक के तटवर्ती और दक्षिणी भीतरी इलाकों में कहीं-कहीं छिटपुट बारिश होने और आंधी-तूफान आने की संभावना है।

उत्तर-पूर्वी राज्य और केरल के कुछ इलाकों में सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश होने तथा देश के अन्य भागों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।

बारिश के सामान्य से कम

बंगाल की खाड़ी से उठने वाली मजबूत निचली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर-पूर्वी राज्यों में दूसरे हफ्ते के पहले भाग में काफी व्यापक से व्यापक पैमान पर बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके फलस्वरूप इस क्षेत्र में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

किसी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति में उत्तर-पश्चिमी भारत में बारिश के सामान्य से कम रहने की संभावना है, इसके देश के अन्य भागों में भी सामान्य से कम से लेकर सामान्य रहने की संभावना है।

भारत में अधिकतम तापमान

पहले सप्ताह के पूर्वार्द्ध में उत्तर-पश्चिमी भारत में अधिकतम तापमान क्रमशः 4-6 डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान है। इस अवधि में मध्य भारत के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान में क्रमशः 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने और पूर्वी, पश्चिमी और प्रायद्वीपीय भारत के ज्यादातर हिस्सों में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।

Rajasthan Weather rain thunderstorm warning yellow alert

यह पढें....महराजगंज में ₹279.30 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

27-28 मार्च, 2021 को गरम हवाएं

अगले 4-5 दिनों में देश के सौराष्ट्र और कच्छ तथा गोवा और कोंकण इलाकों को छोड़कर शेष हिस्सों में गरम हवाएं चलने की कोई संभावना नहीं है। उत्तरी गुजरात क्षेत्र में 27-28 मार्च, 2021 को गरम हवाएं चलने की बहुत अधिक संभावना है।

ज्यादातर हिस्सों में सूखा मौसम

इसके अलावा उत्तर-पूर्वी भारत को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्सों में सूखा मौसम होने के कारण अधिकतम तापमान क्रमशः बढ़ने की संभावना है। इसलिए उत्तर-पश्चिम, पूर्वी भारत और देश के पूर्वी तटवर्ती हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इसके उत्तरी प्रायद्वीप क्षेत्र और उससे लगते मध्य भारत में सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस कम रहने की संभावना है।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story