TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

अमीर बनी बुजुर्ग: इस मछली ने कर दिया मालामाल, मचा गया हर तरफ हल्ला

ड्राय ब्लबर या फिश मावा 80,000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल सकता है। मछली का उपयोग औषधीय प्रयोजनों के लिए भी किया जा सकता है। बुजुर्ग महिला के लिए एक ऐसा क्षण था जिसे वह लंबे समय तक नहीं भूल पाएगी।

Newstrack
Published on: 1 Oct 2020 4:34 PM IST
अमीर बनी बुजुर्ग: इस मछली ने कर दिया मालामाल, मचा गया हर तरफ हल्ला
X
अमीर बनी बुजुर्ग: इस मछली ने कर दिया मालामाल, मचा गया हर तरफ हल्ला

नई दिल्ली: रातों-रात अमीर बनने की बात कई बार आपने सुनी होगी। पश्चिम बंगाल की एक बुजुर्ग महिला ने न तो कोई बैंक, न ही कोई लॉटरी का टिकट खरीदा फिर भी वह रातोंरात अमीर हो गई जिसकी वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, बुजुर्ग महिला ने शनिवार को एक विशालकाय मछली पकड़ी थी जिसके लिए उसको 3 लाख रुपये मिले।

मछली के लिए उसे प्रति किलो 6200 रुपये मिले

जानकारी के मुताबिक, दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरबन इलाके में सागर द्वीप में रहने वाली बुजुर्ग महिला पुष्पा कर ने मछली पकड़ते समय नदी से 52 किलो की मछली निकाली। खास बात यह है कि मछली के लिए उसे प्रति किलो 6200 रुपये मिले। बुजुर्ग महिला को मछली के लिए कुल 3 लाख से अधिक की राशि प्राप्त हुई। महिला ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसे एक मछली के लिए इतनी बड़ी रकम मिलेगी।

मछली शायद एक गुजरते हुए जहाज से टकरा गई थी

गांववालों का कहना है कि यह विशाल मछली शायद एक गुजरते हुए जहाज से टकरा गई थी जिसके बाद वह मर गई होगी। किस्मत से उस मछली को किसी समुद्री जीव ने नहीं निगला, यहां तक कि वह तब तक सड़ना भी शुरू नहीं हुई थी। पुष्पा कर का कहना है कि वह मछली पकड़ने गई थी इस दौरान उसने नदी में विशालकाय मछली को तैरते हुए देखा तो वह नदी में कूद गईं।

costly fish

ये भी देखें: CM ने किया 62 नई योजनाओं का शिलान्यास, कहा कि सरकार दे रही स्वरोजगार

मछली के ब्लबर जैसे ऑर्गन्स का निर्यात किये जाते हैं

बुजुर्ग महिला ने बताया कि उस मछली को तैरकर लाने में उसको काफी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन कुछ समय में वह मछली पकड़कर किनारे ले आईं। जहां लोगों ने बताया कि ये भोला मछली है। हालांकि, मछली सड़ना शुरू हो गई थी, मछली रबड़ जैसी होने लगी थी। उस मछली को भले ही खाया नहीं जा सकता था लेकिन इसका उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा सकता था। दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में मछली के ब्लबर जैसे ऑर्गन्स का निर्यात किया जाता है।

80,000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिलता है ड्राय ब्लबर

ड्राय ब्लबर या फिश मावा 80,000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल सकता है। मछली का उपयोग औषधीय प्रयोजनों के लिए भी किया जा सकता है। बुजुर्ग महिला के लिए एक ऐसा क्षण था जिसे वह लंबे समय तक नहीं भूल पाएगी। बुजुर्ग महिला की पैसे मिलने के बाद आर्थिक मुश्किलें भी काफी कम हो जाएंगी।

ये भी देखें: बुरे फंसे नेताजी: लालू से हो गया पंगा, न घर के रहे और न घाट के

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story