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West Bengal Panchayat Election: बंगाल में हत्याओं के साथ जारी पंचायत चुनाव, 15 लोगों की मौत से दहल उठे लोग
West Bengal Panchayat Election: एक माह से बंगाल में जारी खूनी खेल की तीव्रता शुक्रवार शाम से ही बढ़ गई है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से गोलीबारी, बमबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ से जुड़ी घटनाओं की खबरें आ रही हैं। राज्य में हिंसा का ये आलम तब है, जब केंद्रीय बलों की मौजूदगी है।
West Bengal Panchayat Election: अधिक हिंसा मुर्शिदाबाद जिले में हुई है। शुक्रवार रात को जिले के रेजीनगर में एक बम धमाके में एक कोलकाता. भारी हिंसा और खून-खराबे के बीच पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे से जारी है। बीते एक माह से बंगाल में जारी खूनी खेल की तीव्रता शुक्रवार शाम से ही बढ़ गई है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से गोलीबारी, बमबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ से जुड़ी घटनाओं की खबरें आ रही हैं। राज्य में हिंसा का ये आलम तब है, जब केंद्रीय बलों की मौजूदगी है।
बंगाल के 22 जिलों की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर आज यानी शनिवार सुबह से वोटिंग हो रही है। भारी बारिश होने के बावजूद मतदान केंद्रों के बाहर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। महिलाएं-पुरूष और बुजुर्ग छाते लेकर मतदानस्थन के बाहर कतार लगाकर खड़े हैं। केंद्रीय बलों की पूरे राज्य के संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनाती के बावजूद आगजनी-हिंसा और बैलेट पेपर जलाने की खबरें आ रही हैं।
कहां कितने लोग मारे गए
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर हिंसा 9 जून से ही शुरू हो गई थी। तब से लेकर अब तक टीएमसी, लेफ्ट-कांग्रेस और बीजेपी के कई कार्यकर्ता इस हिंसा की भेंट चढ़ चुके हैं। सत्ताधारी टीएमसी के अंदर भयानक गुटबाजी के कारण भी खूब हिंसा हो रही है। पिछले 24 घंटों में अचानक राजनीतिक हिंसा का स्केल बढ़ गया है। जिसमें अलग-अलग पार्टियों के चार कार्यकर्ता मारे गए हैं।
इस अवधि में सबसे शख्स की जान चली गई। इसके बाद बेलडांगा और तूफानगंज में शनिवार सुबह को हिंसक झड़प में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। टीएमसी के मुताबिक, तीनों लोग उसकी पार्टी के कार्यकर्ता थे। इसके अलावा जिले के खारग्राम गांव में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की चाकू से गोदकर हत्या कर देने का मामला भी सामने आया है। शनिवार सुबह से जारी वोटिंग के बीच अब तक 15 लोगों की हत्या की जा चुकी है।
लोगों ने राज्यपाल के काफिले को रोका
पश्चिम बंगाल के अलग-अलग जिलों से हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। उत्तरी बंगाल के कूचबिहार जिले में एक प्राइमरी स्कूल पर बने पोलिंग बूथ में जमकर तोड़फोड़ की गई और बैलेट पेपर को आग के हवाले कर दिया गया। पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम ब्लॉक में टीएमसी पर बूथ कैप्चर करने का आरोप लगाकर लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है। लोगों ने कहा कि जब तक केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं होगी वे वोट नहीं डालेंगे। उत्तर 24 परगना में चुनाव में धांधली से आक्रोशित सीपीएम कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के काफिले को घेर कर रोक लिया और टीएमसी के गुंडागर्दी की शिकायत की।
बीजेपी-टीएमसी में आरोप-प्रत्यारोप
मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी तृणमुल कांग्रेस पर पंचायत चुनाव में जमकर धांधली करने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने दावा किया है कि डायमंड हार्बर क्षेत्र में वोटिंग शुरू होने से पहले ही मतपेटियों को टीएमसी के लिए भर दिया गया है। विपक्षी दलों के एजेंट डरे हुए हैं। मतदान अधिकारी और पुलिस वहां मूकदर्शक बनी हुई है। डायमंड हार्बर सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का संसदीय क्षेत्र भी है।
बीजेपी ने राज्य चुनाव आयोग को निशाने पर लेते हुए कहा कि अदालतों के आदेश के बावजूद आयोग ने राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती ठीक से नहीं की। उधर, टीएमसी का आरोप है कि बीजेपी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां उनके उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को चुनाव में निशाना बना रही हैं।
अब तक 25 मौतें
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव का इतिहास काफी रक्तरंजित रहा है। इसबार भी हालात ऐसे ही हैं। पंचायत चुनाव के लिए नामांकन शुरू होने के बाद से अब तक 25 लोग हिंसा की भेंट चढ़ चुके हैं। बता दें कि मतों की गिनती 11 जुलाई को होगी और नतीजे भी उसी दिन आएंगे।