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मोदी ने काला कुर्ता पहना तो तांत्रिक पूजा, अब प्रियंका की काली पोशाक क्या है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम स्नान के समय काला कुर्ता पहना तो इसी कांग्रेस ने उन्हें तांत्रिक करार दिया था। अब काग्रेस नेता प्रियंका गांधी के भी काली पोशाक में शाकम्भरी देवी की शरण में जाकर 40 मिनट तक ध्यान लगाने को लेकर कुछ ऐसी ही चर्चाएं हैं।
रामकृषण वाजपेयी
2014 से लगातार कांग्रेस गर्त में जा रही है। अब तो खुद कांग्रेस के नेता भी उम्मीद छोड़ने लगे हैं। राहुल गांधी के एक्टिव न होने और सोनिया गांधी के सक्रिय न हो पाने का असर कांग्रेस संगठन पर पड़ना ही था और अब यह दिखायी भी देने लगा है। प्रियंका गांधी काफी लंबे समय से हाथ पैर मार रही हैं लेकिन कांग्रेस संगठन पर कोई प्रभावी असर नहीं छोड़ पा रही हैं। कांग्रेस में जब भी संकट आता है उस समय कांग्रेस के दिग्गज नेता देवी देवताओं की शरण में जाते हैं।
काली पोशाक का क्या है राज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम स्नान के समय काला कुर्ता पहना तो इसी कांग्रेस ने उन्हें तांत्रिक करार दिया था। अब काग्रेस नेता प्रियंका गांधी के भी काली पोशाक में शाकम्भरी देवी की शरण में जाकर 40 मिनट तक ध्यान लगाने को लेकर कुछ ऐसी ही चर्चाएं हैं। आइए जानते हैं कि प्रियंका गांधी की काली पोशाक में पूजा करने के पीछे क्या राज है।
नेहरू से लेकर प्रियंका गांधी तक चली आ रही है वह है कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष जब जब संकट उत्पन्न होता है उसकी आस्था बढ़ जाती है। इंदिरा गांधी जब संकट के दौर में थीं तब उन्होंने पूजा अर्चना पर जोर दिया था। राजीव गांधी, सोनिया गांधी भी इसी लीक पर चले और अब प्रियंका गांधी ने भी यही लीक पकड़ी है।
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जवाहरलाल नेहरू भी उज्जैन गए थे लेकिन नहीं कर पाए थे पूजा
सोनिया गांधी 20 जून, 2008 को उज्जैन में महाकाल का पूजन किया था। इस दौरान महाकाल मंदिर के पुजारी ने उन्हें महाकाल में इंदिरा गांधी के पूजा करने का फोटो भेंट स्वरूप दिया था। कहा तो यह भी जाता है कि जवाहरलाल नेहरू भी उज्जैन गए थे लेकिन वह पूजा नही कर पाए थे।
इंदिरा गांधी के बाद उनके बेटे राजीव गांधी भी महाकाल की नगरी पहुंचे थे और महाकाल की पूजा-अर्चना की थी। राजीव गांधी 1989 में महाकाल मंदिर पहुंचे थेय़ राजावी गांधी ने यहां भगवान महाकालेश्वर की पूजा अर्चना की थी।
राहुल गांधी पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले 2010 में महाकाल मंदिर आए थे। दूसरी बार 2018 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान महाकाल के मंदिर पहुंचे थे और पूजा अर्चना की थी।
प्रियंका गांधी ने काले वस्त्रों में शाकम्भरी देवी की पूजा अर्चना की
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी ने शाकम्भरी देवी की पूजा अर्चना की है। देवी के सातवें स्वरूप की देवी कालरात्रि को माना जाता है। कालरात्रि माता संपूर्ण सिद्धियों को प्रदान करने वाली हैं। देवी कालरात्रि का स्वरूप काजल के समान श्याम वर्ण है। नवरात्र की पूजा में तंत्र साधना करने वाले इस दिन काले रंग का वस्त्र धारण करते हैं।
शाकम्भरी देवी वनस्पतियों की देवी हैं लेकिन उन्हें कालरात्रि के रूप में भी पूजा जाता है।
मंत्र- शाकंभरी नीलवर्णानीलोत्पलविलोचना।
मुष्टिंशिलीमुखापूर्णकमलंकमलालया।।
अर्थात- मां देवी शाकंभरी का वर्ण नीला है, नील कमल के सदृश ही इनके नेत्र हैं। ये पद्मासना हैं अर्थात् कमल पुष्प पर ही विराजती हैं। इनकी एक मुट्ठी में कमल का फूल रहता है और दूसरी मुट्ठी बाणों से भरी रहती है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम स्नान के समय काला कुर्ता पहना था
कहीं प्रियंका गांधी सफलता पाने के लिए तंत्र का तो सहारा नहीं ले रही हैं। क्योंकि गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम स्नान के समय काला कुर्ता और पायजामा पहना था तो कांग्रेस ने सवाल उठाए थे और कांग्रेस ने कहा था हिन्दू धर्म में काले कपड़े पहनकर तांत्रिक पूजा की जाती है। अब प्रियंका गांधी ने ये किया है तो क्या वह तांत्रिक पूजा कर रही थीं।
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