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कोरोना वायरस से घबराए नहीं, व्हिस्की में है इसका इलाज
कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले एक शख्स ने दावा किया है कि वह वुहान के एक हॉस्पिटल में भर्ती जरूर हुए, लेकिन बिना दवा खाए उन्होंने खुद का इलाज किया।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले एक शख्स ने दावा किया है कि वह वुहान के एक हॉस्पिटल में भर्ती जरूर हुए, लेकिन बिना दवा खाए उन्होंने खुद का इलाज किया। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, कोनोर रीड नाम के 25 साल के शख्स ने कहा है कि उन्होंने व्हिस्की और शहद पीकर खुद को जानलेवा बीमारी से बचा लिया।
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हालांकि, किसी डॉक्टर ने स्वतंत्र रूप से उनके दावे की पुष्टि नहीं की है।पेशे से टीचर कोनोर ब्रिटेन के वेल्स के रहने वाले हैं। वे पिछले कुछ महीनों से वुहान में ही पोस्टेड थे। वहीं पर उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण हुआ।
कोरोना से संक्रमित होने वाले पहले ब्रिटिश नागरिक हैं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वे कोरोना से संक्रमित होने वाले पहले ब्रिटिश नागरिक हैं। कोनोर को करीब 2 महीने पहले ही संक्रमण हुआ था। उन्हें काफी कफ हो रहा था और हॉस्पिटल में जांच की गई तो कोरोना वायरस की पुष्टि हुई।
कोनोर ने कहा- 'मैंने इनहेलर का इस्तेमाल किया और हॉट व्हिस्की में शहद मिलाकर काफी पीया। यह इलाज का पुराना तरीका है और मुझे लगता है कि यह ट्रिक काम कर किया। मैंने डॉक्टर के बताए एंटिबायोटिक्स नहीं लिए।'
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बाद में कोनोर को झोंगनान यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। बता दें कि कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा सोमवार को 361 पहुंच गया। बीते करीब 24 घंटे में दुनियाभर में करीब 2800 नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं।