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आखिर क्यों चर्चा में है अमित शाह को मिलने वाला बंगला नंबर 6-ए

फिलहाल 6ए कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित यह बंगला अंग्रेजी शासनकाल में 8 हेस्टिंग्स रोड के नाम से जाना जाता था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी निधन से पहले यहां रहा करते थे। दिल्ली स्थित इतिहासकार और लेखिका स्वप्ना लिडले कहती हैं कि यह बंगला कई हस्तियों का आवास रहा है और जिस समय नयी दिल्ली को ब्रिटिश राज की नयी राजधानी बनाया जा रहा था तब वास्तुकार सर हरबर्ट बेकर यहां रहा करते थे।

SK Gautam
Published on: 9 Jun 2019 6:05 PM GMT
आखिर क्यों चर्चा में है अमित शाह को मिलने वाला बंगला नंबर 6-ए
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नई दिल्ली : नई दिल्ली के कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित बंगला नंबर 6ए इन दिनों चर्चा में है क्योंकि इसे हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्री बने अमित शाह को आवंटित किये जाने की संभावना है। इस बंगले का बहुत पुराना इतिहास रहा है और कई मशहूर हस्तियां यहां रह चुकी हैं।

फिलहाल 6ए कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित यह बंगला अंग्रेजी शासनकाल में 8 हेस्टिंग्स रोड के नाम से जाना जाता था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी निधन से पहले यहां रहा करते थे। दिल्ली स्थित इतिहासकार और लेखिका स्वप्ना लिडले कहती हैं कि यह बंगला कई हस्तियों का आवास रहा है और जिस समय नयी दिल्ली को ब्रिटिश राज की नयी राजधानी बनाया जा रहा था तब वास्तुकार सर हरबर्ट बेकर यहां रहा करते थे।

सर एडविन लैंडसीर लुटियन नयी शाही राजधानी के मुख्य वास्तुकार थे। बेकर और अन्य वास्तुकारों ने कई प्रतिष्ठित इमारतों को डिजाइन करने में उनकी सहायता की थी। बेकर को खासतौर पर रायसीना हिल्स पर मौजूद प्रतिष्ठित सरकारी सचिवालयों नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक तथा इससे आगे पड़ने वाले संसद भवन (उस समय के काउंसिल हाउस) का डिजाइन तैयार करने के लिये जाना जाता है।

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लिडले ने कहा, "कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित बंगला नंबर 6ए खबरों में है... कुछ साल पहले तक यह 8 कृष्णा मेनन मार्ग और उससे भी पहले 8 हेस्टिंग्स रोड था। आजादी के बाद कई अन्य मार्गों की तरह इसका भी नाम बदल दिया गया।" ब्रिटिश सम्राट किंग जॉर्ज पंचम ने 1911 में भव्य 'दिल्ली दरबार' में शाही राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने का ऐलान किया था और लुटियंस को 'नयी दिल्ली' को तैयार करने का जिम्मा दिया गया था।

'कनॉट प्लेस एंड द मेकिंग ऑफ न्यू डेल्ही' की लेखिका लिडले ने कहा कि उन्होंने अपनी पुस्तक में भी बंगले का जिक्र किया है। लिडले ने पीटीआई-भाषा से कहा, "दूर तक फैला यह बंगला (6ए, कृष्णा मेनन मार्ग) सरकारी सचिवों के लिए इस सड़क पर बने बंगलों की श्रृंखला का हिस्सा है। यह आज लुटियन्स दिल्ली के प्रमुख बंगलों में से एक है।"

उन्होंने कहा, "रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (रीबा) के संग्रह में संरक्षित इस आवास की एक तस्वीर के जरिये मुझे पता चला था कि जब यह नया बना था तब हरबर्ट बेकर इसमें रहा करते थे।" उन्होंने बताया कि तस्वीर के साथ संलग्न एक नोट पर लिखा है, "नयी दिल्ली के निर्माण के समय बेकर इस घर में रहा करते थे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या उन्होंने ही इसका डिजाइन तैयार किया था।"

संसद भवन की आधारशिला 1921 में कनॉट के ड्यूक द्वारा रखी गई थी और 1927 में इसका उद्घाटन वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था।

भाजपा नीत राजग को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद बीते सप्ताह केन्द्रीय गृह मंत्री का प्रभार संभालने वाले अमित शाह फिलहाल 11 अकबर रोड स्थित आवास में ठहरे हुए हैं।

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पिछले सप्ताह सूत्रों ने कहा था कि उन्हें 6ए कृष्णा मेनन मार्ग स्थित बंगला आवंटित किया जा सकता है

इस बंगले में इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी रहते थे। वह 2004 में अपनी सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद यहां रहने आए थे और लगभग 14 वर्षों तक अपने परिवार के साथ यहां रहे। पिछले साल अगस्त में अटल के निधन के बाद नवंबर में उनके परिवार ने बंगला खाली कर दिया था।

वाजपेयी जब इस बंगले में रहने आए थे तो इसके पते को बंगला संख्या आठ बदलकर 6ए कर दिया गया था। लिडले ने कहा कि वाजपेयी के अलावा भी कई मशहूर हस्तियां इस बंगले में रह चुकी हैं।

उन्होंने बताया, "मेरे ससुर मिलोन बनर्जी 1979 से 89 के बीच (अतिरिक्त सोलीसिटर जनरल और सोलिसिटर जनरल के रूप में) वहां रह चुके हैं। इसके अलावा अशोक देसाई (सोलिसिटर जनरल के रूप में) 1989 से 1990 के बीच यहां रहे और डॉक्टर मनमोहन सिंह भी प्रधानमंत्री बनने से पहले कभी यहां रह चुके हैं।"

SK Gautam

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