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Wrestlers Protest: धरने पर बैठे पहलवानों ने केंन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लिखा पत्र,कहा-पानी नाक के ऊपर निकल चुका है

Wrestlers Protest: पत्र में लिखा है- हमे लगता है कि उसके रसूख ने न केवल महिला शक्ति की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी बल्की शासन को बहरा और अंधा बना दिया। सत्तारूढ़ दल की संसद की महिला सदस्य होने के नाते हमें आपसे बहुत उम्मीदें हैं।

Anant Shukla
Published on: 14 May 2023 9:08 PM GMT (Updated on: 15 May 2023 12:50 AM GMT)
Wrestlers Protest: धरने पर बैठे पहलवानों ने केंन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लिखा पत्र,कहा-पानी नाक के ऊपर निकल चुका है
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women wrestlers Vinesh Phogat Sakshi Malik have wrote letter to smriti irani asking help for justice (Photo-Social Media)

Wrestlers Protest: 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देते हुए देश के दिग्गज पलवानों को एक महीना होने वाला है। महिला पहलवानों ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिख मदद की गुहार लगाइ है। प्रेस कान्फ्रेंस में बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट,साक्षी मालिक ने कहा कि हमें धरने पर बैठे हुए 22 दिन हो गया है अभी तक बीजेपी से कोई मिलने नहीं आया है। बोले ब्रजभूषण शरण सिंह को बचाने के लिए धरने को खत्म करने की साजिश की जा रही है। साक्षी मलिक ने कहा कि भाजपा महिला सांसदों के घर पर लेटर लिखर मदद की गुहार लगाएंगे। ये इंसाफ की लड़ाई है। इसमें सबका सहयोग चाहिए।

पत्र में ये लिखा है

पहलवानों ने स्मृति ईरानी को संबोधित पत्र में लिखा है कि भारतीय पहलवान महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। महासंघ के अपने लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई बार पहलवानों का यौन शोषण किया। जिन महिला पहलवानों ने आवाज उठाने की कोशिश की उनका भविष्य बर्बाद कर दिया गया। न्याय बात तो छोड़िए अब जब पानी नाक से ऊपर उठा तो हमारे पास महिला पहलवानों की गरिमा के लिए लड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। हमने अपने जीवन और खेल को एक तरफ रख दिया है और अपनी गरिमा के लिए लड़ने का फैसला किया है। हम पिछले करीब 20 दिनों से जंतर-मंतर पर न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

उन्होने कहा हमे लगता है कि उसके रसूख ने न केवल महिला शक्ति की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी बल्की शासन को बहरा और अंधा बना दिया। उन्होंने आगे लिखा कि सत्तारूढ़ दल की संसद की महिला सदस्य होने के नाते हमें आपसे बहुत उम्मीदें हैं। हम लोग आपसे मदद करने का अनुरोध करते हैं। कृपया न्याय के लिए हमारी आवाज बनें और हमारी गरिमा को बचाएं। हमें उम्मीद हैं कि आप हमारा मार्गदर्शन करने के लिए जंतर मंतर पहुंचने के लिए कुछ समय निकाल सकते हैं।

Anant Shukla

Anant Shukla

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