TRENDING TAGS :
दुनिया के सबसे अमीर शख्स की कंपनी बनेगी आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा
अमेजन ने भारत में एक करोड़ छोटे और मध्यम श्रेणी के कारोबार के डिजीटाईजेशन के लिए 1 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ साथ 2025 तक 10 लाख रोजगार के निर्माण का लक्ष्य भी रखा है।
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के साथ देश और दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनियां जुड़ती जा रही हैं। इसी कड़ी में अब दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन भी इसका हिस्सा बन गयी है। कंपनी का कहना है कि वो इस साल के अंत में चेन्नई में एक मैन्यूीफैक्च रिंग यूनिट डालने जा रही है। कंपनी इस यूनिट में फायर टीवी स्टिक सहित अपने अन्य उपकरणों का निर्माण करेगी।
इसके अलावा अमेजन ने भारत में एक करोड़ छोटे और मध्यम श्रेणी के कारोबार के डिजीटाईजेशन के लिए 1 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ साथ 2025 तक 10 लाख रोजगार के निर्माण का लक्ष्य भी रखा है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद और अमेजन इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल के बीच हुयी एक मीटिंग के बाद इस बात की घोषणा की गयी।
फायर टीवी स्टिक डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट
अमित अग्रवाल ने कहा है कि उनकी कंपनी मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रतिबद्ध है और चेन्नई में फायर टीवी स्टिक डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट लगाकर हम अपनी इस साझेदारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। अमेजन ने अपने ब्लॉगपोस्ट में कहा कि, वो क्लाउड नेटवर्क टेक्नॉलोजी जो फॉक्सकॉन का ही हिस्सा है के साथ मिलकर इस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को खोलने जा रही है।
निवेश के लिए भारत एक आदर्श देश
अमेजन की पहल पर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि आज भारत निवेश के लिए एक आदर्श स्थान बन गया है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी उत्पादों के उद्योग में विश्वभर में आपूर्ति के हम सबसे प्रमुख देश बनने की ओर अग्रसर हैं। हमारी सरकार द्वारा प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना को शुरू करने के फैसले का दुनियाभर में स्वागत किया जा रहा है। हम अमेजन द्वारा चेन्नई में मैन्युकफैक्चकरिंग यूनिट लगाने के फैसले का स्वागत करते हैं। इस से घरेलू उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होगी और रोजगार का निर्माण भी होगा। ये हमारे आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा।
ये भी देखें: धू-धूकर जली स्कार्पियो: चलते-चलते लगी आग, जिंदा जला ड्राइवर, मौत
अमेजन फायर टीवी स्टिक
अमेजॉन अभी तक भारत में सिर्फ ई-कॉमर्स क्षेत्र में मौजूद है। कंपनी ने एक बयान में बताया है कि वो जल्द ही भारत में उपकरणों का उत्पादन भी करेगी, और इसकी शुरुआत भारत में फायर टीवी स्टिक के उत्पादन से करेगी। फायर टीवी स्टिक अमेजॉन द्वारा बनाया जाने वाला एक तरह का स्ट्रीमिंग उपकरण है जिसे टीवी या कंप्यूटर में लगा कर टीवी चैनलों, यूट्यूब और नेटफ्लिक्स जैसी ओटीटी सेवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी उत्पादन इसी साल चेन्नई की एक फैक्ट्री में शुरू करने की उम्मीद कर रही है।
अमेजॉन ताइवान की उत्पादन कंपनी फॉक्सकॉन की एक सहायक कंपनी क्लाउड नेटवर्क टेक्नोलॉजी से हाथ मिलाएगी और उसके साथ मिल कर भारत में उत्पादन करेगी। फायर टीवी स्टिक की फैक्ट्री भारत में लगाने से ये पता चलता है कि अब ओटीटी की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। उपभोक्ता केबल टीवी या सैटेलाईट टीवी से मुंह मोड़ रहे हैं। अब अमेजन के कारखाने में हर साल लाखों फायर टीवी स्टिक उपकरण बनाए जाएंगे। अमेजन के मालिक जेफ बेजो ने पिछले साल वादा किया था कि कंपनी भारत में एक अरब डॉलर का निवेश करेगी और 10 लाख नई नौकरियां देगी।
ये भी देखें: खबरदार: बन सकती है जान पर, इस नए खतरे से रहें सावधान
ईकॉमर्स में तीखा संघर्ष
अमेजन इस समय भारत में तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की लड़ाई भी लड़ रही है। कंपनी एक तरफ तो वालमार्ट के समर्थन वाली फ्लिपकार्ट और रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा में है और दूसरी तरफ वो उन हजारों स्थानीय विक्रेताओं से भी लड़ रही है जिन्होंने उस पर उन्हें धंधे से बाहर कर देने का आरोप लगाया है।
इन सब के बीच भारत में उत्पादन करने की कंपनी की घोषणा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ नारे को बल मिलेगा। मेक इन इंडिया का उद्देश्य विदेशी कंपनियों को भारत में उत्पादन करने के लिए लुभाना और आयात पर खर्च घटाना है। कुछ ही दिनों पहले अमेरिकी कंपनी टेस्ला ने भी भारत में अपना पहला दफ्तर बेंगलुरु में खोला था। उम्मीद की जा रही है कि टेस्ला भी जल्द ही भारत में उत्पादन शुरू करेगी।
देशभर में डिजिटल विलेज
अमेजन की घोषणा के बाद अब केंद्र सरकार ने अमेजन से देशभर में डिजिटल विलेज विकसित करने में भागीदारी का का आग्रह किया है। दरअसल, सरकार की मंशा देश के कारीगरों द्वारा तैयार किए गए सामान और आयुर्वेदिक सामान की वैश्विक बिक्री को ‘ऊंचाई’ देने के लिए दुनिया के सबसे धनी शख्स में से एक बेजोस की कंपनी के नेटवर्क का इस्तेमाल करने की है।
ये भी देखें: नजर आईं किम जोंग की पत्नी: एक साल से थीं गायब, अब हुआ चौंकाने वाला खुलासा
इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री रविशंकर प्रसाद ने माइक्रो ब्लॉ्गिंग साइट ‘कू’पर कहा कि आईटी मंत्रालय कई डिजिटल विलेज स्थाकपित करने जा रहा है। अमेजन भारत में इनमें से कुछ को चुनकर इन्हें सच्चे डिजिटल विलेज के रूप में विकसित कर सकता है। अमेजन को छोटी स्थाईनीय शॉप्स के साथ मिलकर भी काम करना चाहिए और अपने कारोबार का विस्ता्र करने के लिए उन्हें हिस्सेहदार बनाना चाहिए।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने अमेजन इंडिया से भारतीय कारीगरों की ओर से बनाए गए सामान और देश के आयुर्वेदिक उत्पाद के लिए वैश्विवक बाजार तैयार करने में मदद करने का आग्रह किया है। अमेजन वैश्विक कंपनी है लेकिन अमेजन इंडिया को भारतीय कंपनी की तरह व्यवहार करते हुए भारतीय बिजनेस समुदाय और संस्कृति के साथ कनेक्ट करना होगा।
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।