TRENDING TAGS :
बैंक जाते होंगे लेकिन नहीं जानते होंगे मुद्दे की ये इतनी बड़ी बात
तो आइये एक नजर डालते हैं बैंक के इतिहास पर। बैंक शब्द सबसे पहले इटली भाषा के BANCO से निकला और फ्रेंच के BANQUE से विकसित होकर bank बना। कहा यह भी जाता है कि पुराने जमाने में नोट तो होते नहीं थे। व्यापारी सिक्कों से लेन देन किया करते थे तो यहीं से बैंच शब्द बैंक में बदल गया।
रामकृष्ण वाजपेयी
आजकल रोजमर्रा की जिंदगी में बैंकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। आप भी बैंक जाते होंगे लेकिन नहीं जानते होंगे मुद्दे की ये इतनी बड़ी बात कि इसे बैंक क्यों कहते हैं। लेकिन bank के बिना हम जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते। चाहे सरकारी सुविधाओं का लाभ लेना हो या अपनी जमा को सुरक्षित रखना हो। हमें अपनी बचत घर में रखने के बजाय सबसे सुरक्षित जगह bank ही नजर आती है। लेकिन आपको पता है यह बैंक शब्द आया कहां से किस देश में सबसे पहले इसका प्रचलन शुरू हुआ।
आइए जानते हैं BANK का इतिहास
तो आइये एक नजर डालते हैं bank के इतिहास पर। BANK शब्द सबसे पहले इटली भाषा के BANCO से निकला और फ्रेंच के BANQUE से विकसित होकर bank बना। कहा यह भी जाता है कि पुराने जमाने में नोट तो होते नहीं थे। व्यापारी सिक्कों से लेन देन किया करते थे तो यहीं से बैंच शब्द बैंक में बदल गया।
इसे भी पढ़ें
मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, अब RBI के दायरे में कॉपरेटिव बैंक
भारत में भी बैंकिंग का यही देसी चलन था। लेकिन 1835 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में राष्ट्रीय मुद्रा की शुरुआत की। माना यह भी जाता है कि भारत में प्राचीन काल में लोग बैंकिंग व्यवसाय के जानकार थे। मनुस्मृति में भी इसकी जानकारी दी हुई है। ईसा के पूर्व भी bank व्यवस्था का चलन था। उस समय जो लोग ब्याज पर धन दिया करते थे उनके लिए वैदिक साहित्य में कुसीद, कुसीदपथ, कुसीदिक आदि शब्द मिलते हैं।
इसे भी पढ़ें
रो पड़ा भगौड़ा माल्या: हाथ जोड़ कर बैंक से कहा ऐसा, देखते रह गए सभी
ऋग्वेद में लिखा गया है कि धनेन देवाः धन मिच्छमाना का उल्लेख है। मतलब हे ईश्वर मै धनोपार्जन के लिए अपनी पूंजी में से धन उधार देने का काम करता हूं। रामायण काल व बौद्ध काल में श्रेष्ठी शब्द का उल्लेख आता है।
इसे भी पढ़ें
NDMC के 200 सदस्यों का बैंक अकाउंट हैक कर उड़ा ले गए लाखों रुपये: कर्मचारी संगठन
लेकिन जानने की बात यह है कि पहला आधुनिक bank 1406 में इटली के जेनोवा में स्थापित किया गया था। जिसका नाम बैंको दि सैन जिओर्जिओ (सेंट जार्ज बैंक) था। इसके लगभग 400 साल बाद भारत में 1806 में पहला बैंक बैंक ऑफ कलकत्ता स्थापित हुआ। इसके बाद मुम्बई व मद्रास में bank खुलते गए।