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Wrestlers protest: आंदोलन में बैकफुट पर पहलवान! साक्षी मलिक, विनेश और बजरंग पुनिया काम पर लौटे
Wrestlers protest: पहलवान पिछले लंबे समय से दिल्ली जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन से साक्षी मलिक के द्वारा नाम वापस लेने पर सफाई पेश की।
Wrestlers protest: कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों ने आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया, कुछ इस तरह की चर्चाएं हो रही। दरअसल, जब सोमवार को साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया रेलवे के अपने काम पर वापस लौटे तो इस तरह की अफवाहें सामने आई। लेकिन पहलवानों ने इसका खंडन किया कि उन्होंने कहा कि कर्म करते हुए अपनी लड़ाई लडेंगे।
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। बृजभूषण पर कार्रवाई को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन 28 मई को जब पहलवानों ने नए संसद भवन की तरफ कूच किया तो पुलिस ने वहां से सब कुछ हटवा दिया। इसके बाद शनिवार देर रात यानि 3 जून को पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उसके बाद से पहलवानों के आंदलोन में नरमी देखने को मिली। सोमवार को पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया अपने काम पर वापस लौट गए। काम पर वापस लौटने के बाद नाम लेने की खबरों में साक्षी मलिक ने सफाई दी। उन्होंने ट्ववीट करते लिखा कि यह खबर पूरी तरह अफवाह है। ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।
ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए। pic.twitter.com/FWYhnqlinC
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) June 5, 2023Also Read
अमित शाह की बैठक में क्या हुआ
साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने मीडिया से बातचीत में अमित शाह की बैठक में मौजूद रहने का दावा किया। उन्होंने कहा कि अमित शाह के साथ बैठक करने पर भी कोई हल नहीं निकला। पहलवानों ने जब बृज भूषण की गिरफ्तारी के मुद्दा उठाया था। लेकिन कोई नतीज नहीं निकला। अभी भी हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे। आखिरी सांस तक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।