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Jhansi News: झांसी में रेलकर्मियों की सतर्कता से टला बड़ा हादसा, पलट सकती थी मालगाड़ी
Jhansi News: झाँसी रेल मंडल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। रविवार को ग्वालियर से झाँसी की ओर आ रही मालगाड़ी के चपेट में आने से कईयों की जान भी जा सकती थी, या फिर मालगाड़ी पलट भी सकती थी?
Jhansi News: झाँसी रेल मंडल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। रविवार को ग्वालियर से झाँसी की ओर आ रही मालगाड़ी के चपेट में आने से कईयों की जान भी जा सकती थी, या फिर मालगाड़ी पलट भी सकती थी?, क्योंकि सिंगनल पोल पहियों के बीच फंसता हुआ झाँसी तक आ गया। यहां पर कैरिज एंड वैगन शॉप कर्मियों की सतर्कता से बड़ा हादसा होते-होते बच गया। कैरिज एंड वैगन शॉप के स्टॉफ ने उक्त पोल को पहिया से निकालकर राहत की सास ली। हालांकि इस पोल से रेलवे लाइन भी कहीं न कही क्षतिग्रस्त जरुर हुई होगी, मगर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के पास से निकली मालगाड़ी रेलवे लाइन पर एक मालगाड़ी करीब 11.56 बजे झाँसी आई। जैसे ही मालगाड़ी खड़ी हुई तो झाँसी के कैरिज एंड वैगन शॉप के स्टॉफ ने मालगाड़ी को चेक करना शुरु कर दिया।
मालगाड़ी के पहियों के बीच में फंसा था सिंग्नल का खंभा
जैसे ही कैरिज एंड वैगन शॉप की टीम इंजन से लगे मालगाड़ी के सातवीं या आठवीं रैक को चेक किया तो उनकी नजर पहियों के बीच में फंसे सिग्नल पोल पर गई। यह मालगाड़ी के नीचे हिस्से में बुरी तरह फंसा हुआ था। इसकी जानकारी रेलकर्मचारियों ने अपनी सीनियर अफसरों को दी। वह लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने उक्त मालगाड़ी के रैक को चेक किया। इसके बाद वहां मौजूद स्टॉफ को उक्त पोल को अलग करने के निर्देश दिए। कैरिज एंड वैगन शॉप के कर्मचारियों ने तत्परता से उक्त पोल को अलग कर दिया। इसके बाद उन्होंने राहत की सास ली है। इस पोल में केबिल भी फंसी हुई थी। इस मामले को रेलवे अफसरों के संज्ञान में लाया गया।
सूत्र बताते हैं कि उक्त मालगाड़ी ग्वालियर से झाँसी की ओर आ रही थी। ग्वालियर से झाँसी के मध्य कई रेलवे स्टेशन पड़ते हैं मगर उक्त स्टेशन पर मौजूद किसी भी रेल कर्मियों की नजर मालगाड़ी के पहियों के बीचों-बीच फंसे सिग्नल पोल पर नहीं गई, क्योंकि पोल का कुछ हिस्सा बाहर की ओर भी निकला हुआ था। सूत्र कहते हैं कि इस पोल की चपेट में आने से कइयों की जान भी जा सकती थी। बताते हैं कि कई जगह रेलवे लाइन को ठीक करने के लिए काम चल रहा है मगर इस पोल के चपेट में आने से जान भी जा सकती थी। यही, मालगाड़ी कहीं भी पलट सकती थी।
क्यों हो रही हैं रेल दुर्घटनाएं
झाँसी रेल मंडल में अधिकाश रेल दुर्घटनाएं पटरियों के क्षतिग्रस्त होने और अत्यधिक भीड़ के कारण ट्रेनों के पटरियों के उतरने के कारण होती है। कुछ ट्रेनों के गुजरने के बाद, रेल लाइन (पटरियों) की दरारें फ्रैक्चर में बदल जाती हैं, जिसके कारण ट्रेनें पटरी से उतर जाती हैं और इससे जानमाल का भारी नुकसान होता है। हालांकि, एेसा हो सकता है कि रेलकर्मचारियों के अधिक ध्यान देने से इन दुर्घटनाओं से बचा जा सकता था।
अधिकांश रेल दुर्घटनाओं में मानव की गलतियों को जिम्मेदार पाया गया। रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही रेल दुर्घटनाओं और मौतों का मुख्य कारण बनती हैं। कई बार, रेलवे कर्मचारी शॉर्टकट पर ध्यान नहीं देते हैं या सुरक्षा नियमों और दिशा निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, जिसके भयंकर विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं। इसी बीच उपकरणों की विफलता, टूट-फूट, डिब्बों में अधिक भीड़, पुराने डिब्बे और कई आकस्मिक कारक इस प्रकार की रेल दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।