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झारखंड: मधुपुर में उपचुनाव की तैयारी, 3 अप्रैल से पहले कराना होगा मतदान
संताल परगना के मधुपुर सीट पर झामुमो का दबदबा रहा है। वहां से हाजी हुसैन अंसारी कई बार चुनाव जीत चुके हैं। 2019 के चुनाव में भी स्वर्गीय अंसारी ने चुनाव जीत कर हेमंत मंत्रिमंडल में जगह बनाई थी।
रांची: सत्ताधारी झामुमो के विधायक एवं मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद मधुपुर सीट खाली है। इस सीट से स्वर्गीय अंसारी के सुपुत्र हफीज़ुल हसन को मंत्री बनाया गया है। लिहाज़ा, इससे साफ है कि, झामुमो हफीज़ुल को पार्टी उम्मीदवार बनाएगी। दूसरी तरफ एनडीए ने इस सीट को लेकर तस्वीर साफ नहीं की है। एनडीए की सहयोगी पार्टी आजसू इस सीट से उम्मीदवार उतारना चाहती है। ऐसे में भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं, यूपीए खेमे से राजद ने भी अपनी दावेदारी पेश की है। ऐसे में साफ है कि, मधुपुर उपचुनाव राजनीतिक तौर पर बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। इस सीट पर 03 अप्रैल तक चुनाव करा लेना है। लिहाज़ा, राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रविकुमार तैयारियों का जायज़ा ले रहे हैं।
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झामुमो सीट बचाने उतरेगी
संताल परगना के मधुपुर सीट पर झामुमो का दबदबा रहा है। वहां से हाजी हुसैन अंसारी कई बार चुनाव जीत चुके हैं। 2019 के चुनाव में भी स्वर्गीय अंसारी ने चुनाव जीत कर हेमंत मंत्रिमंडल में जगह बनाई थी। लिहाज़ा, जेएमएम हर हाल में इस सीट को बचाना चाहती है। पार्टी ने अपना रुख साफ भी कर दिया है। मधुपुर सीट से स्वर्गीय अंसारी के सुपुत्र हफीज़ुल हसन को मंत्री पद की शपथ दिलाकर पार्टी ने उम्मीदवार का नाम तय कर दिया है।
jharkhand (PC: social media)
खोई सीट पाने की कोशिश
भाजपा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में मधुपुर सीट से जीत दर्ज की थी। पार्टी प्रत्याशी राज पालीवार यहां से विजयी रहे थे। लिहाज़ा, पार्टी अपनी खोई सीट दोबारा पाना चाहती है। राज पालीवार इस क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। हालांकि, भाजपा को सबसे बड़ी अड़चन सहयोगी पार्टी आजसू से मिल रही है। आजसू ने यहां से उम्मीदवार उतारने की बात कही है। ऐसे में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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लिहाज़ा, बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। मुधुपुर से आजसू उम्मीदवार रहे गंगा नारायण को भाजपा के टिकट से मैदान में उतारने की बात की जा रही है। इससे एनडीए के वोटों में बिखराव नहीं होगा और झामुमो को कड़ी टक्कर दी जा सकेगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो जेएमएम को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।
रिपोर्ट- शाहनवाज़
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