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नकली कंडोम से रहें सावधान: कहीं आप भी तो नहीं कर रहे इसका इस्तेमाल
आपने बहुत से कंडोम के बारे में सुना होगा या देखा होगा। बहुत बार ऐसा होता है जब आप कंडोम यूज़ करते हैं तो वो डिटेक्टिव निकल जाता है।
नई दिल्ली: आपने बहुत से कंडोम के बारे में सुना होगा या देखा होगा। बहुत बार ऐसा होता है जब आप कंडोम यूज़ करते हैं तो वो डिटेक्टिव निकल जाता है। कंडोम पापुलेशन कंट्रोल करने में मदद करता है। कंडोम के यूज़ से आप बिना टेंशन के सेक्स कर सकते हैं। लेकिन कई बार कंडोम पुराने और खराब निकल आने की वजह से परिवार बढ़ जाता है। या तो फिर लोग यौन बीमारियों से संक्रमित हो जाते हैं। इसलिए यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने पिछले दो साल में नकली, असुरक्षित कंडोम के हजारों डिब्बे पकड़े हैं।
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यूके (UK) की द मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्टस रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने 2018 से लेकर 2019 के बीच पूरे देश में करीब 1 लाख नकली कंडोम पकड़े गए है। इनमें से 87,500 कंडोम तो एक ही रेड में मिले। इतना बड़ा घोटाला देख ऑफिसर्स भी हैरान रह गए।
पकड़े गए कंडोम के डिब्बों में नकली कंडोम तो थे ही, उनके साथ पुराने और असुरक्षित तरीके पैक्ड कंडोम भी थे। हजारों कंडोम तो एक्सपायरी डेट के थे। अगर ये बाजार में बिकते तो कई लोगों को इससे प्रॉब्लम हो सकती थी।
MHRA ने जो कंडोम जब्त किए हैं वे बेहद असुरक्षित थे
ब्रैडफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर महेंद्र पटेल ने बताया कि MHRA ने जो कंडोम जब्त किए हैं वे बेहद असुरक्षित थे। कई लोग ऐसे नकली कंडोम का गैर-कानूनी व्यापार करते हैं। जिसकी वजह से बहुत बार बाजार में ऐसे कंडोम आ जाते हैं जो सेफ्टी के लिए ठीक नहीं होते।
प्रोफेसर महेंद्र पटेल ने बताया कि, लेटेक्स कंडोम प्राकृतिक रबर से बनाया जाता है। जबकि नकली कंडोम को असुरक्षित तरीके से अप्राकृतिक पदार्थों से बनाया जाता है। जो कि यौन बीमारियों को रोकने में सक्षम नहीं होते।
MHRA ने जितना कंडोम, मेडिकल यंत्र और दवाइयां पकड़ी हैं उनकी कीमत 18.39 करोड़ रुपये से ज्यादा है। MHRA ने इसे ऑपरेशन पैंजिया नाम दिया था। 2018 से 2019 के बीच इस तरह के गैर-कानूनी व्यापार करने वाले 859 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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MHRA ने लोगों को जागरूक करने के लिए यलो कार्ड स्कीम चला रखी है। इस एजेंसी का कहना है कि अगर दवाइयों और कंडोम को लेकर किसी को भी कोई शिकायत है तो वह इस स्कीम के अंदर शिकायत कर सकता है।