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बहुत जरूरी है सेनिटाइजर से जुड़ी ये बातः अगर आप भी करते हैं ये, तो हो जाएं सतर्क

कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत से ही बचाव के लिए हाथों को धोने और सैनिटाइज करने की सलाह दी जा रही है। तो चलिए जानते हैं कि कार के अंदर हैंड सैनिटाइजर रखना सुरक्षित है या नहीं।

Shreya
Published on: 12 Jun 2020 4:16 PM IST
बहुत जरूरी है सेनिटाइजर से जुड़ी ये बातः अगर आप भी करते हैं ये, तो हो जाएं सतर्क
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत से ही बचाव के लिए हाथों को धोने और सैनिटाइज करने की सलाह दी जा रही है। कोरोना काल में हाथों को साफ रखने के लिए सैनिटाइजर भी साबुन और पानी जितना ही अहम रोल निभा रहा है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आपके सैनिटाइजर में 60 फीसदी मात्रा अल्कोहल की हो। डॉक्टर्स भी अल्कोहल वाले ही सैनिटाइजर को यूज करने की सलाह दे रहे हैं।

गाड़ी के अंदर सैनिटाइजर रखना सुरक्षित है या नहीं?

लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आपके सैनिटाइजर की बोतल का ढक्कन सही से ना लगा हो तो वो समय के साथ इसमें मौजूद अल्कोहल भी गायब हो जाता है। इसके साथ ही सैनिटाइज को कार के अंदर अस्थाई रूप से ही रखा जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि कार के अंदर हैंड सैनिटाइजर रखना सुरक्षित है या नहीं।

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अल्कोहल कम होने के साथ कम होने लगता है प्रभाव

कैलिफोर्निया सैन डिएगो के एनेस्थिसियोलॉजी यूनिवर्सिटी और ASAP IV के संस्थापक टेलर ग्रेबर के मुताबिक कार में हैंड सैनिटाइजर रखना सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि हैंड सैनिटाइजर पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है, जो कि एक अनुमानिक समय होता है। जिसके बाद उसमें मौजूद अल्कोहल कम होने लगता है और साथ ही उसका प्रभाव भी।

सैनिटाइजर का ढक्कन ढीला या खुला होने से क्या होता है?

हालांकि अगर कार में रखे सैनिटाइजर की बोटल की ढक्कन अच्छे से लगी हो यानी वो टाईट सील हो तो यह प्रोसेस धीमा हो जाता है। लेकिन सैनिटाइजर का ढक्कन ढीला है या खुला हो तो गाड़ी में बनने वाली उच्च तापमान के कारण सैनिटाइजर में मौजूद अल्कोहल जल्द खत्म होने लगता है।

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होम मेड सैनिटाइजर में कम मात्रा में होती है अल्कोहल

उन्होंने बताया कि होम मेड सैनिटाइजर में अल्कोहल बहुत कम मात्रा में होती है। इसके अलावा होम मोड सैनिटाइजर के साथ एक और दिक्कत होती है कि इस बनाते वक्त हाइड्रोजन पेरोक्साइड का यूज किया जाता है। जिसके चलते अगर सैनिटाइजर को धूप में रख दिया जाए तो वह पानी में तब्दील हो जाता है।

गाड़ी में रखने से क्या होता है?

खाद्य और औषधि प्रशासन के मुताबिक, सैनिटाइजर को 59 से 86 डिग्री फारेनहाइट टेम्परेचर पर रखा जाना चाहिए। हालांकि ये गर्म और ठंडे टेम्परेचर पर भी असरदार रहता है। अगर सैनिटाइजर को 104 डिग्री फारेनहाइट तापमान पर रखा जाए तो इसमें से अल्कोहल की मात्रा खत्म होने की आशंका बनी रहती है। धूप में गाड़ी जल्दी गर्मी हो जाती है, इसलिए सैनिटाइजर को ठंडे स्थान पर रखने की कोशिश करनी चाहिए।

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