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अगर दिखना है सुंदर तो खानपान में रखें इन चीजों का खयाल
गीले बालों में कंघी नहीं करनी चाहिए। महीने में कम से कम दो बार स्कल्प मसाज किया जाना चाहिए। इसके लिए जैतून या बादाम के तेल का प्रयोग बेहतर होगा। प्रोटीनयुक्त भोजन लेकर बालों को लंबा और घना बनाए रखा जा सकता है।
योगेश मिश्र
लखनऊ: हमारे आपके खानपान में पौष्टिक आहार की कमी हो रही ही है। फास्ट फूड का प्रयोग लगातार बढ़ रहा है। फास्ट फूड शरीर को बेडोल बना रहा है। इसके चलते कम उम्र में आपकी त्वचा और बालों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव आसानी से देखे जा सकते हैं। किसी भी आदमी के हर दिन 80 से 100 बाल गिरते हैं। इनकी चिंता नहीं करनी चाहिए ये दोबारा उग आते हैं। खानपान से आप फिट तो रह ही सकते हैं, चेहरे के सुंदरता निखार सकते हैं। सुंदर दिखने के लिए कास्मेटिक का अधिक इस्तेमाल खतरनाक होता है। मेडीफेशियल चेहरे पर निखार लाने में कारगर हो रहा है। इस खास तरह के फेशियल से खराब हो चुकी त्वचा हट जाती है और नई त्वचा ग्रो करती है।
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यह निष्कर्ष राजधानी लखनऊ में आयोजित एआईसीबीए काॅन- 20 में जुटे कुछ चिकित्सकों के एक सेमिनार में सामने आया है। आल इंडिया कास्मेटोलाॅजिस्ट्स एंड व्यूटीशियंस एसोसिएशन (एआईसीबीए) की सचिव और लेप्रोस्कोपिक सर्जन रमा श्रीवास्तव ने कहा कि हर सीजन के हिसाब से फलो का उपयोग किया जाना चाहिए। संतरा, मौसमी और अमरूद जैसे फल सौंदर्य के लिए अच्छे माने जाते हैं। एआईसीबीए काॅन में जुटे डाॅक्टरों का कहना है कि बालों का झड़ना एक बड़ी समस्या हो गई है। इससे बचने के लिए सप्ताह में दो बार बाल धोने चाहिए।
महीने में कम से कम दो बार स्कल्प मसाज किया जाना चाहिए
गीले बालों में कंघी नहीं करनी चाहिए। महीने में कम से कम दो बार स्कल्प मसाज किया जाना चाहिए। इसके लिए जैतून या बादाम के तेल का प्रयोग बेहतर होगा। प्रोटीनयुक्त भोजन लेकर बालों को लंबा और घना बनाए रखा जा सकता है। कील-मुहांसे को लेकर परेशान न होने की हिदायत दी गई है। क्योंकि ये हार्मोनल बदलाव से निकलते हैं। अगर चेहरे पर मुहांसे निकले हों तो मसाज नहीं करना चाहिए। त्वचा अगर आयली है तो उसे बार-बार फेसवास से नहीं धुलना चाहिए। ऐसा करने से त्वचा की ऊपरी सतह खराब हो जाती है। इन दिनों चेहरे को सुंदर बनाने के लिए माइक्रो निडिल और पीआरपी तकनीकी का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है।
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गर्दन और चेहरे की झुर्रिया खत्म करने के लिए लेप्रोस्कोपी की मदद ली जा रही है। बोटाॅक्स का इंजेक्शन भी लोग लगवा रहे हैं। इस इंजेक्शन के माध्यम से लोग अपने चहरे के आकार को भी बदलते हैं। इसका असर एक हफ्ते से दस दिन तक ही रहता है। इन तकनीकियों का इस्तेमाल डाॅक्टरों के मदद से ही करना चाहिए। लेकिन बिटामिन ए का प्रयोग करके भी कील-मुहांसों से छुटकारा पाया जा सकता है।