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बिना मां के अब पैदा होंगे बच्चे, वैज्ञानिकों ने की ये नायाब खोज

आज-कल दुनिया में काफी तरक्की हो रही है, बहुत ही तेजी से समाज में बदलाव हो रहे हैं। वैज्ञानिक बहुत सी नई-नई खोज कर रहे हैं।

Roshni Khan
Published on: 17 Feb 2020 4:55 PM IST
बिना मां के अब पैदा होंगे बच्चे, वैज्ञानिकों ने की ये नायाब खोज
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नई दिल्ली: आज-कल दुनिया में काफी तरक्की हो रही है, बहुत ही तेजी से समाज में बदलाव हो रहे हैं। वैज्ञानिक बहुत सी नई-नई खोज कर रहे हैं। अब वैज्ञानिकों ने बताया है कि मां के बिना बच्चे के जन्म यानि embryo farming को in-vitro gametogenesis (IVG) कहा है। ये टेक्नोलॉजी डिजाइनर बेबीज़ बनाने में मददगार साबित हो सकती है।

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 वैज्ञानिकों ने मां के बिना बच्चे के जन्म यानी embryo farming को in-vitro gametogenesis (IVG) कहा है. ये तकनीक डिजाइनर बेबीज़ बनाने की तकनीक में भी मददगार साबित हो सकती है.

वैज्ञानिक मां के बिना बच्चे (मदरलेस चाइल्ड) के जन्म लेने की उम्मीद काफी समय से कर रहे हैं, जब से वे स्किन से स्पर्म और ऐग बनाने के प्रोसेस को डेवलप कर रहे हैं। ये स्टडी जर्नल साइंस ट्रांस्लेशन मेडिसिन में पब्लिश हुई है। 2016 में यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ में टेक्नोलॉजी ने ऐसी तकनीक विकसित कर ली थी, जिसमें एक चूहे को फीमेल चूहे के बग़ैर जन्म दिया जा सकता था।

मां के बिना बच्चे का जन्म विचार सही है

इस टेक्नोलॉजी में एग को योजना के अंदर, बिना फर्टिलाइजेशन के भ्रूण में विकसित किया गया था। ऐसा तब हो पाया था, जब उसमें स्पर्म इंजेक्ट किया गया था। उसके बाद चूहा बिना मां के जन्म ले सकता था। उसके विकास की दर 24 फीसदी थी। उस चूहे पर प्रयोग के दौरान वैज्ञानिकों ने माना था कि मां के बिना बच्चे का जन्म विचार सही है।

रिपोर्ट के लेखकों ने ये भी चेतावनी दी है कि मां के बिना बच्चा जन्म लेने की तकनीक माता-पिता को दर्जनों भ्रूणों में से चयन करने, डिजाइनर शिशु बनाने के लिए भी सक्षम बनाएगी।

ब्राउन यूनिवर्सिटी के मेडिसिन और बायोलॉजिकल साइंस के पूर्व डीन डॉक्टर अदाशी ने रिपोर्ट में लिखा, IVG तकनीक इन विटरो फर्टिलाइज़ेशन तकनीक में भी क्रांति ला सकती है। हो सकता है, आने वाले समय में IVG तकनीक से भ्रूण बनाए जाएं। लेकिन वर्तमान में इसी कल्पना नहीं की जा सकती।

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वैज्ञानिकों ने ये भी कहा कि IVG तकनीक का अमल में लाया जाना, उसके खर्च पर भी निर्भर करेगा। यदि इस तकनीक से रिप्रोडक्टिव अंगो के बिना स्पर्म और एग प्रोड्यूस होने लगे तो ये उन लोगों के लिए मददगार साबित होगी, जो प्रजनन से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं। स्टडी में ये भी कहा गया कि माता-पिता में से किसी एक के जीन से बच्चे का निर्माण उसके स्वास्थ्य के लिए बहुत जोखिम भरा हो सकता है।



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