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'पेट सफा हर रोग दफा' जानें कब्ज दूर करने के ये आसान तरीके

आजकल ज्यादातर लोगों को कब्ज की समस्या होती है। यही वजह है व्यक्ति पूरा दिन थका-थका सा महसूस करता है। कब्ज की वजह से न ही अच्छी भूख लगती है और नहीं अच्छी नींद आती है। ऑफिस में भी सुस्ती महसूस करता है।

Roshni Khan
Published on: 16 Nov 2019 5:16 PM IST
पेट सफा हर रोग दफा जानें कब्ज दूर करने के ये आसान तरीके
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लखनऊ: आजकल ज्यादातर लोगों को कब्ज की समस्या होती है। यही वजह है व्यक्ति पूरा दिन थका-थका सा महसूस करता है। कब्ज की वजह से न ही अच्छी भूख लगती है और नहीं अच्छी नींद आती है। ऑफिस में भी सुस्ती महसूस करता है।

कब्ज एक आम समस्या है। हम में से बहुत से लोग इस समस्या से कभी न कभी जूझते रहते हैं। यह समस्या बड़ों को ही नहीं बल्कि आजकल बच्चों में भी देखने को मिलती है। इसका कारण सही खान-पान न होना भी इस रोग को जन्म देता है। इस तरह को लोगों मल त्यागने में कठिनाई होती है। कई बार कई दिनों तक मल नहीं आता। कब्ज से पीडि़त व्यक्ति को टायलेट में पन्द्रह से तीस मिनट तक का समय भी लग सकता है। इतना समय लगने पर भी हो सकता है मल सख्त, गांठदार, बदबूदार और काफी कम मात्रा में हो।

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इस तरह के रोगी को सिर तथा पेट में दर्द बना रहता। पुराना होने पर कुछ अन्य बीमारियां जैसे सायटिका, शरीर में सूजन, पैरों की नसों का फूलना, अंतडी में घाव और आंतों में कृमि आदि हो सकती हैं। कब्ज से आंतों में कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती हैं जिससे रक्त दूषित होता है तथा बाद में रक्त विकार पैदा होते हैं।

कब्ज से छुटकारा पायें प्राकृतिक तरीके से

इस समस्या का समाधान नैचुरल तरीके से करें। कब्ज के मरीज यदि नियमित रूप से पादहस्तासान का अभ्यास करें तो उनकी यह समस्या आसानी से दूर हो सकती है।

कुछ घरेलू और आसान तरीकों से भी कब्ज से बच सकते हैं। जैसे सुबह उठकर गुनगुना या ताजा पानी पियें। निश्चित समय पर शौंच क्रिया की आदत बनायें। मल विसर्जन की इच्छा को मत दबाएं। रात को तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह पियें यह भी लाभकारी होगा। इसबगोल की भूसी को दूध या पानी में डालकर पीने पेट साफ होगा।

आपने खाने पीने की आदतों बदलाव करिए और रोज टहलने, व्यायाम करने की आदत भी कब्ज की समस्या को कम करती है। दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी पीजिए। खाने हरी सब्जियां, फलों का सेवन करें जैसे गाजर, अमरूद, पपीता, केला, शरीफा आदि यह भी कब्ज को कम करते हैं।

खाली पेट चाय या कॉफी बिल्कुल न पियें । शाकाहारी भोजन का ही प्रयोग करें, क्योंकि यह मांसाहारी भोजन की तुलना में आसानी से पच जाता है। पानी की उचित मात्रा भी कब्ज निवारण के लिए जरूरी है। भोजन के बीच में या भोजन के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए। कम से कम दस गिलास पानी रोज पीना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमेशा भूख से थोड़ा कम खाना चाहिए। पेट के दो हिस्से अन्न, दाल-सब्जी व सलाद से भरने चाहिएं तथा एक हिस्सा पानी से भरना चाहिए। एक हिस्सा वायु के आने-जाने के लिए खाली छोड़ देना चाहिए।

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कब्ज हो सकता है इन बीमारियों से

1. हाइपोथायरायडिज्म

एक अंडरएक्टिव थायरॉइड, या हाइपोथायरायडिज्म, आपकी मेटाबोलिज्म प्रक्रियाओं को धीमा कर सकता है। कैलिफ़ोर्निया में सैडलबैक मेमोरियल मेडिकल सेंटर में बोर्ड प्रमाणित गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ कैथरीन नागो के अनुसार, धीमी प्रणाली, अब तक पाचन सामग्री को कोलन द्वारा पुन: स्थापित किया जाना चाहिए, न केवल मल की आवृत्ति में कमी, बल्कि कठिन मल।

2. दवाएं

दवाएं साइड इफेक्ट्स और कई सूची कब्ज के साथ आती हैं। आम अपराधियों में एंटीड्रिप्रेसेंट्स, एंटी-चिंता दवाएं, दिल की धड़कन दवाएं और रक्तचाप दवा शामिल हैं।

ऑरेंज कोस्ट मेमोरियल मेडिकल सेंटर में डाइजेस्टिव केयर सेंटर के एक गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट और मेडिकल डायरेक्टर डॉ अतीफ इकबाल ने रीडर डायजेस्ट को बताया, "हमेशा एक वैकल्पिक दवा है जिसे आप आजमा सकते हैं। "आपको बस अपने डॉक्टर से स्पष्ट होना चाहिए कि आप किस समस्या का सामना कर रहे हैं।" यदि आपके दिल की धड़कन दवा में कैल्शियम होता है, उदाहरण के लिए, आप मैग्नीशियम वाले एक को आजमा सकते हैं।

पर्चे या काउंटर पर-कब्ज भी पैदा कर सकते हैं। डॉ। इकबाल बताते हैं, "ये दवाएं पेट में एक ही रिसेप्टर्स से बांधती हैं, पूरे पाचन तंत्र को और साथ ही आपके दर्द को भी मिटा देती हैं।" दर्दनाशकों का लगातार 30 दिनों से अधिक समय तक उपयोग न करें। डॉ इकबाल का कहना है कि आपको अंतर्निहित चोट को संबोधित करना चाहिए या अपने दर्द का इलाज करने के वैकल्पिक तरीकों को ढूंढना चाहिए।

3. खराब बाथरूम की आदतें

अगर आप कार्यालय या मॉल में रहते हैं तो हमले की जरूरत है, क्या आप इसे पकड़ते हैं? विशेषज्ञों का कहना है कि आपको नहीं करना चाहिए, और इसे अक्सर करने से कब्ज हो सकता है।

इसके अलावा, आपके कोलन में लंबा मल बनी हुई है, जितना अधिक पानी इसे अवशोषित करता है जिससे आप अंतत: अपने शौचालय में घर पहुंचने में और भी मुश्किल हो जाते हैं।

4. मधुमेह

2014 के एक अध्ययन के अनुसार, तीन मधुमेह में से एक कब्ज से पीड़ित है। जब आपको मधुमेह होता है, तो तंत्रिका क्षति आपके पूरे शरीर को समय के साथ प्रभावित करती है।

5. लक्सेटिव्स

जब आप कब्ज होते हैं, तो लक्सेटिव तक पहुंचना स्वाभाविक है। लेकिन लंबी अवधि के उपयोग के लिए उन पर भरोसा न करें - लंबे समय तक तंत्रिका कोशिकाएं जो रसायनों को छोड़ती हैं जो आपके कोलन को बताती हैं कि मल को स्थानांतरित करने का समय कम हो गया है। आखिरकार आपको काम करने के लिए और अधिक लक्सेटिव्स का उपयोग करने की आवश्यकता होगी, जब तक वे काम नहीं करते।

6. विटामिन

वैसे तो, विटामिन को कब्ज नहीं होना चाहिए लेकिन कभी-कभी कैल्शियम या लौह आपके सिस्टम का बैक अप ले सकता है।

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7. व्यायाम की कमी

अक्सर व्यायाम नहीं करने से पाचन समस्याओं का कारण बन सकता है जो कब्ज पैदा कर सकते हैं। व्यायाम आंतों की गतिविधि को बढ़ाने में मदद करता है, जो आपके पाचन तंत्र के माध्यम से खाद्य अपशिष्ट को आगे बढ़ाता है। वैसे तो, व्यायाम जो आपके पेट की मांसपेशियों को टोनिंग पर केंद्रित करते हैं, आंतों आंदोलनों में भी मदद कर सकते हैं।



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Roshni Khan

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