×

सावधानः इस मौसम में पैरों की सुरक्षा है जरूरी, करें ये काम

मानसून का मौसम है तो बारिश कभी भी आएगी ही, शरीर, कपड़ों और जूतों को तो जैसे-तैसे बचा लेते हैं, लेकिन अपने पैरों को बारिश के पानी, नमी और कीचड़ से हर समय बचा पाना लगभग नामुमकिन सा हो जाता है। इस मौसम पैरों का ज्यादा देर तक नमी में और गीला रहना आम बात हो जाती है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 13 Aug 2020 4:21 AM GMT
सावधानः इस मौसम में पैरों की सुरक्षा है जरूरी, करें ये काम
X
बारिश मे अपने पैरों की ज्यादा देखभाल करें

लखनऊ : मानसून का मौसम है तो बारिश कभी भी आएगी ही, शरीर, कपड़ों और जूतों को तो जैसे-तैसे बचा लेते हैं, लेकिन अपने पैरों को बारिश के पानी, नमी और कीचड़ से हर समय बचा पाना लगभग नामुमकिन सा हो जाता है। इस मौसम पैरों का ज्यादा देर तक नमी में और गीला रहना आम बात हो जाती है। जिससे इस मौसम में लोगों के पैरों में सूजन, फोड़े-फुंसियां आदि समस्याएं आती हैं। ऐसे में मानसून के इस मौसम में जरूरी है कि आप अपने पैरों की ज्यादा देखभाल करें। इस मौसम में पैर लंबे समय तक बारिश के कारण गंदे पानी के संपर्क में रहता है और ऐसे में फंगल इंफेक्शन हो जाता है। इससे बचने के कुछ घरेलू उपाय हैं...

* पैरों में फंगल संक्रमण हो तो हल्दी लगा सकते हैं। हल्दी में ऐंटीबैक्टीरियल और ऐंटीफंगल गुण पाए मिलते है जिससे फंगल संक्रमण खत्म हो जाता है। पैरों में फंगल संक्रमण हो गया है तो मुल्तानी मिट्टी लगा सकते हैं। यह रक्त संचरण को बढ़ा देती है और त्वचा के स्वास्थ्य में भी सुधार करने में सहायक होती है। इसके पेस्ट बनाकर लगा सकते हैं।

पैरों में फंगल संक्रमण हो जाए तो नींबू लगा सकते हैं। इसमें ऐंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं और इसमें ऐंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी होती हैं। इसे लगाने के लिए नींबू का रस, सिरका और ग्लिसरीन मिलाकर लगा सकते हैं। पैरों में फंगल संक्रमण होने पर मेहंदी पाउडर और गुलाब जल को अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद लगाने से लाभ होगा। मेहंदी एक प्राकृतिक उपचारक है, और इसमें ऐसे ऐंटीसेप्टिक गुण होते हैं।

अपने पैरों को रोजाना दिन में तीन बार अवश्य धोएं। पैरों को गुनगुने साबुन वाले पानी से साफ करें। इसके बाद उन्हें ठंडे पानी से धोएं। पैरों को सूखे तौलिए से सुखाने के बाद फुट क्रीम लगाकर मसाज भी दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पैर मैले न रहें।

यह पढ़ें...अच्छा तो इसलिए होती हैं शराब की बोतलें रंगीन, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

foot care

यदि आप घर पर ही पैडीकेयर (पैडीक्योर) कर रहे हैं तो आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप जो उत्पाद इस्तेमाल कर रहे हैं वे आपके पैरों को सूट कर रहे हैं या नहीं। पैरों को स्टोन से अच्छे से रगड़कर साफ करना चाहिए। उंगलियों के बीच में विशेष सफाई करें।

एड़ियों को भी रगड़कर साफ करें। उम्दा क्वालिटी के फुट स्क्रबर का इस्तेमाल करना चाहिए। सोने से पहले अच्छे से पैर धो कर ही बिस्तर पर जाएं।

नाखून ज्यादा लंबे ना रखें। लंबे नाखून भी कई बीमारियों को न्यौता देते हैं। नाखूनों में गंदगी जमा हो तो बैक्टीरिया को निमंत्रण देते हैं।

कभी ऐसा लगे कि पैरों में सूजन आ रही है तो फिटकरी के गर्म पानी में करीब 15 से 20 मिनट तक पैरों को डुबोकर रखें। यदि पैरों में ज्यादा सूजन हो तो एक सप्ताह में करीब 3 या 4 बार अवश्य ऐसा कर लें। इससे निश्चित ही पैरों की सूजन को आराम मिलेगा। यदि ज्यादा दिन तक आराम न हो तो डॉक्टर की सलाह लें।

यह पढ़ें...सुशांत केस: जांच को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, सभी पक्ष लिखित में दाखिल करेंगे जवाब

foot care

ज्यादा देर तक बारिश के पानी में पैर रहने से मोटे-मोटे दाने निकल आते हैं। यह देखने में छोटे लगते हैं लेकिन मांस के अंदर गांठ बन जाती है तो काफी दर्द देते हैं। पैर नीचे रखने में यह बहुत ज्यादा चुभते हैं। फोड़े फुंसियों की शुरूआत होते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story