मॉमी टैंट्रम के लक्षण: इसलिए बात-बात पर मां को आता है गुस्सा, ऐसे करें हैंडल

बच्चों है तो शैतानी करेंगे ही। और उनकी इस बढ़ती शैतानियों के चलते मां को काफी परेशानी झेलनी पड़ती हैं। जिसके कारण उनमें ग़ुस्सा और फ्रस्‍ट्रेशन बढ़ जाता है।

Monika
Published on: 1 Nov 2020 7:08 AM GMT
मॉमी टैंट्रम के लक्षण: इसलिए बात-बात पर मां को आता है गुस्सा, ऐसे करें हैंडल
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मॉमी टैंट्रम के लक्षण, बात-बात पर क्यों चिढ़ जाती हैं मां, ऐसे करें हैंडल

बच्चों है तो शैतानी करेंगे ही। और उनकी इस बढ़ती शैतानियों के चलते मां को काफी परेशानी झेलनी पड़ती हैं। जिसके कारण उनमें ग़ुस्सा और फ्रस्‍ट्रेशन बढ़ जाता है। जिसके बाद मां को भी खुद पर गिल्‍ट होता है कि वह फ्रस्‍ट्रेशन और परिस्थिति हैंडल नहीं कर पाती। इस स्थिति को 'मॉमी टैंट्रम' कहते हैं। आइए जानते हैं इस 'मॉमी टैंट्रम' के बारे में कुछ जरूरी बातें।

मॉमी टैंट्रम के कारण?

इसके पीछे कई कारण हैं, जिसमे एंग्‍जायटी, चिड़चिड़ापन, गिल्‍ट और मूड स्विंग्‍स मुख्य कारण हैं।

-उन महिलाओं को एंग्‍जायटी की समस्या ज्यादा होती हैं जिन्होंने अपनी ज़िन्दगी में कई बुरे दौर से गुजरी हो। अक्‍सर उनमें एंग्‍जायटी हो जाती है। एंग्‍जायटी मॉमी टैंट्रम का सबसे प्रमुख कारण हो सकता है। बार-बार खुद से इस तरह के सवाल करने -मैं जो कर रहीं हूं क्‍या वो सही है, मेरा बच्‍चा बार-बार क्‍यों रोता है? इस तरह के विचारों से आपकी एंग्‍जायटी और बढ़ सकती है।

- पहली बार मां बनने वाली महिलाए अक्सर चिडचिडी हो जाती हैं । शरीर और जीवन में आए बदलावों के कारण ऐसा हो सकता है। आप छोटी-छोटी बात पर गुस्‍सा करने लग सकती हैं।

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-हर मां के मन में अपने बच्चे को लेकर कई सवाल होते हैं. जिसे उसे कोई न कोई गिल्ट महसूस होती है। उन्‍हें हर वक्‍त मन में शंका रहती है कि कहीं ।

-उनसे कोई कमी तो नहीं छूट रही। जिसके कारण उन्हें ऐसा महसूस होने लगता है।

-प्रेगनेंसी के दौरान ही नहीं बल्कि डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को मूड स्विंग्‍स होते हैं, जो नार्मल है।

प्रेग्नेंट

अब ये सवाव उठता हैं इस दौरान ऐसा क्या किया जाए जिसे आप मॉमी टैंट्रम का कोई कारण ना बने..

-खुद हो शांत करने के की कोशिश करे। इसके लिए आप गहरी सांसें लें अपने मन और दिमाग को शांत करें।

-अगर ऐसा करने से भी काम नहीं बनता तो, आप किसी अलग कमरे में चली जाए. क्यों की गुस्से में किया गया काम कभी अच्छा नहीं होता।

-आप खुद को समझा सकती है ही हर चीज़ आपके मन मुताबिक नहीं चल सकती. जिसके लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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